स्टार्टअप कंपनियों ने 21 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकाला

अब तक देशभर में 70 से ज्यादा स्टार्टअप कंपनियों में 21,000 लोगों को नौकरी से निकाला जा चुका है।

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29 January 2023, 06:09 PM IST

आर्थिक मंदी की आशंका में कर्मचारियों को नौकरी से लगातार निकाला जा रहा है। पिछले 3-4 महीने में भारी हजारों की संख्या में स्टार्टअप कंपनियों ने कर्मचारियों को निकाल दिया है। जिसमें भारतीय स्टार्टअप कंपनियां पीछे नहीं हैं। आने वाले दिनों में ये छंटनी कई और कंपनियों में देखने को मिल सकती है। नई स्टार्टअप कंपनियों को फंडिंग में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। आपको बता दें कि अब तक देशभर में 70 से ज्यादा स्टार्टअप कंपनियों में 21,000 लोगों को नौकरी से निकाला जा चुका है।

इन कंपनियों में जिनमें बाइजू, ओला, एमपीएल, इनोवेसर, अनएकेडमी, वेदांतु, कार्स24, ओयो, उड़ान समेत कई कंपनियां शामिल हैं। बता दें कि 16 हजार एडटेक स्टार्टअप कंपनियों में 8,000 कर्मचारियों की छंटनी की गई है। जोकि सबसे बड़ी संख्या है। हैरानी की बात ये है कि ये कर्मचारी इन कंपनियों के सभी विभाग में कार्यरत थे। साल 2023 की शुरुआत में छंटनी बढ़ गई है। जनवरी के महीने में 16 स्टार्टअप छंटनी कर चुके हैं।

जिसमें सबसे बड़ी स्टार्टअप कंपनी नाम शेयरचैट का है। आपको बता दें कि शेयरचैट ने करीब 20 प्रतिशत कर्मचारियों की छंटनी की है। इस कंपनी में 2,300 कर्मचारी काम करते हैं जिसमें हाल के समय में 500 कर्मतारियों को नौकरी से निकाल दिया गया है। हेल्थकेयर स्टार्टअप इनोवेसर ने 245 कर्मचारी, गोमैकेनिक ने 70 प्रतिशत कर्मचारियों और स्विगी ने 380 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है। देश में बेरोजगारी की समस्या पहले से ही है।

आम आदमी का घर खर्च चलाना मुश्किल हो गया है। लोगों को अपना जीवन गुजारने में दिक्कत हो रही है। ऐसे में लोगों को नौकरी से निकाला बहुत बड़ी समस्या है। देश में महंगाई के बीच नौकरी जाना लोगों की मुसीबत बन गई है। इनोवेसर के सह-संस्थापक और सीईओ अभिनव शशांक के अनुसार स्टार्टअप कंपनियों का बड़ी संख्या में छंटनी करने कगी वजह अनिश्चित व्यापक आर्थिक वातावरण है।

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29 January 2023, 06:09 PM IST

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