'सरकार नहीं करवाना चाहती जनगणना' सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर साधा निशाना
Sonia Gandhi targets Modi government: कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को केंद्रीय बजट, मणिपुर हिंसा, जाति जनगणना और जम्मू-कश्मीर में हाल ही में हुए हमलों सहित अलग अलग मुद्दों पर केंद्र सरकार को घेरे में लिया है. सोनिया गांधी ने कांग्रेस की एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार भ्रम में है और लोकसभा चुनाव में अपने खराब प्रदर्शन के बाद भी उससे सबक नहीं लिया.

Sonia Gandhi targets Modi government: संविधान सदन के सेंट्रल हॉल में कांग्रेस के संसदीय दल की बैठक हुई. जिसमें पार्टी के सांसदो ने वायनाड़ हादसे में जान गवाने वाले और दिल्ली के कोचिंग में छात्रों की हुई मौत पर श्रद्धांजलि देने के लिए एक मिनट का मौन रखा. कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी समेत पार्टी के सभी सांसद शामिल हुए.
इस दौरान सोनिया गांधी ने मोदी सरकार की आलोचना करते हुए दावा किया कि उनका जनगणना कराने का कोई इरादा नहीं है. यह मामला 2021 से ही लंबित पड़ा हुआ है. उन्होंने कहा कि जनगणना कराने में विफलता न केवल देश की आबादी का सटीक अनुमान लगाने से रोकेगी, बल्कि 12 करोड़ से अधिक नागरिकों, विशेष रूप से अनुसूचित जातियों और जनजातियों को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत लाभ से वंचित करेगी.
जनगणना कराने का कोई इरादा नहीं
बैठक में बोलते हुए सोनिया ने कहा कि यह स्पष्ट है कि सरकार का 2021 में होने वाली जनगणना कराने का कोई इरादा नहीं है. यह हमें देश की आबादी, खासकर अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों की आबादी का नए अनुमान लगाने से रोकेगा. इसका मतलब यह भी है कि हमारे कम से कम 12 करोड़ नागरिक 2013 के राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के लाभ से वंचित हैं जिसे अब पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के रूप में फिर से तैयार किया गया है.
वायनाड भूस्खलन और आपदाओं पर की बात
सीपीपी बैठक में सोनिया गांधी ने अपने भाषण में वायनाड भूस्खलन और अन्य प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की. उन्होंने कहा कि सबसे पहले मैं वायनाड में आई भयावह आपदा से पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं. तबाही का पैमाना चौंका देने वाला है. राज्य में हमारे सहयोगियों ने हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए खुद को जुटा लिया है. देश के अन्य हिस्सों में भी भारी बाढ़ आई है और हम प्रभावित परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं.
कई मुद्दों पर सरकारा को घेरा
2024-25 के बजट के बारे में बोलते हुए, सोनिया गांधी ने आर्थिक और सामाजिक चुनौतियों, खासकर किसानों और युवाओं से संबंधित चुनौतियों से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की आलोचना की. उन्होंने कहा कि देश भर में करोड़ों परिवार बढ़ती बेरोजगारी और महंगाई से तबाह हो रहे हैं, जबकि सरकार आत्म-भ्रम में है.