Air India Plane Crash: 32 शवों की डीएनए से पहचान, परिवारों को सौंपे गए 14 शव
अहमदाबाद से लंदन जा रहे एयर इंडिया बोइंग विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद 32 पीड़ितों की पहचान डीएनए परीक्षण से हुई और 14 शव परिवारों को सौंपे गए. हादसे में 241 लोग मारे गए, और अधिकारियों ने परिवारों से समन्वय स्थापित किया. यह हादसा सरदार वल्लभभाई पटेल हवाई अड्डे के पास हुआ था.

अहमदाबाद से लंदन जा रहे एयर इंडिया बोइंग विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद अब तक की जानकारी के अनुसार, अधिकारियों ने 270 पीड़ितों में से 32 की पहचान डीएनए परीक्षण के माध्यम से की है. यह विमान दुर्घटना तीन दिन पहले हुई थी, और अब तक कुल 14 शवों को उनके परिवारों को सौंप दिया गया है. गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी उन पीड़ितों में शामिल थे, जिनकी पहचान की गई थी. उनके डीएनए नमूने का मिलान सुबह करीब 11:10 बजे किया गया, और उनका शव रात 1 बजे उनके परिवार को सौंप दिया गया.
पीड़ितों की पहचान में मुश्किलें
रिपोर्टों के अनुसार, विमान दुर्घटना में कई शव बुरी तरह जल गए थे, जिससे उनकी पहचान करना बेहद कठिन हो गया था. ऐसे में अधिकारियों को पीड़ितों के डीएनए का मिलान करने की आवश्यकता पड़ी. डीएनए पहचान प्रक्रिया में अब तक कुल 32 शवों की पहचान हो चुकी है. इनमें से अधिकांश शव गुजरात और राजस्थान के विभिन्न जिलों से संबंधित हैं. हादसे के बाद अधिकारियों ने स्थानीय अस्पतालों और अन्य संस्थाओं से मदद लेकर डीएनए परीक्षण की प्रक्रिया को तेजी से पूरा किया.
सिविल अस्पताल के अधिकारियों का बयान
अहमदाबाद सिविल अस्पताल के अतिरिक्त अधीक्षक डॉ. रजनीश पटेल ने बताया, "अब तक 32 डीएनए नमूने मेल खा चुके हैं और 14 शवों को संबंधित परिवारों को सौंप दिया गया है. इन मृतकों का संबंध उदयपुर, वडोदरा, खेड़ा, मेहसाणा, अरवल्ली, अहमदाबाद और बोटाद जिलों से था." उन्होंने यह भी बताया कि पीड़ितों के परिवारों के साथ संपर्क स्थापित करने के लिए 230 विशेष टीमें गठित की गई थीं, जो दुर्घटना के बाद से प्रभावित परिवारों के साथ काम कर रही थीं.
विमान में सवार यात्री
गुरुवार को हुए इस विमान हादसे में एयर इंडिया के बोइंग 787-8 (AI171) में 242 यात्री और चालक दल के सदस्य सवार थे, जिनमें से 241 की मौत हो गई. एक यात्री चमत्कारिक रूप से बच गया. हादसे में पांच एमबीबीएस छात्रों सहित 29 अन्य लोग भी मारे गए थे, जो विमान के गिरने के बाद विमान के आसपास के क्षेत्र में थे. यह दुर्घटना सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही क्षण बाद हुई, जब विमान मेघानीनगर क्षेत्र स्थित एक मेडिकल कॉलेज के परिसर में गिर गया और उसमें आग लग गई.
पीड़ित परिवारों के साथ समन्वय बनाने की कीशिश
अधिकारियों ने यह भी बताया कि घटना के बाद पीड़ितों के परिवारों के साथ समन्वय स्थापित करने के लिए विभिन्न सरकारी विभागों और पुलिस अधिकारियों द्वारा राहत कार्य में तेजी से काम किया गया. साथ ही, विमान हादसे के शिकार परिवारों को सहायता पहुंचाने के लिए कई टीमें बनाई गई थीं.