जम्मू-श्रीनगर समेत कई इलाकों में जोरदार धमाके की आवाज, लगातार हो रही गोलीबारी
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते सैन्य तनाव के बीच शनिवार सुबह जम्मू और श्रीनगर में तेज धमाके सुने गए, जिससे दहशत फैल गई. पाकिस्तान ने सीमावर्ती क्षेत्रों में भारी गोलाबारी की, जबकि भारत ने 7 मई को पीओके में आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले किए थे. पाकिस्तान ने आरोप लगाया कि भारत ने उसके तीन एयरबेस को निशाना बनाया है, हालांकि कोई ठोस सबूत नहीं दिया गया.

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच शनिवार की सुबह एक बार फिर हालात और गंभीर हो गए. जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर और जम्मू शहर में तड़के जोरदार धमाकों की आवाज़ें सुनी गईं, जिससे स्थानीय नागरिकों में डर और दहशत फैल गई. ये घटनाएं ऐसे समय पर हुई हैं जब दोनों देशों के बीच सैन्य गतिविधियाँ तेज़ हो चुकी हैं और सीमा पर हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं.
जम्मू-कश्मीर में तड़के धमाके
शनिवार सुबह करीब 4:30 बजे जम्मू शहर में कई तेज़ धमाकों की आवाजें सुनाई दीं. इन धमाकों के बाद पूरे शहर में ब्लैकआउट हो गया, जिससे आम लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. श्रीनगर में भी इसी तरह के धमाकों की पुष्टि हुई है. सुरक्षा बलों को अलर्ट पर रखा गया है और संवेदनशील क्षेत्रों में गश्त बढ़ा दी गई है.
सीमा पार से भारी गोलाबारी
सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान की ओर से जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती इलाकों जैसे अखनूर, गुरेज, उरी, हमीरपुर और पल्लनवाला में भारी गोलाबारी की गई. यह गोलाबारी रुक-रुक कर जारी है और भारतीय सेना भी इसका प्रभावी जवाब दे रही है. पाकिस्तान की इस कार्रवाई को भारत द्वारा पीओके में किए गए लक्षित हमलों का जवाब माना जा रहा है.
पीओके में भारत के हवाई हमले
7 मई को भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में स्थित आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए थे. इन हमलों का उद्देश्य उन आतंकी शिविरों को खत्म करना था जो 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले के लिए जिम्मेदार माने जा रहे थे. भारत सरकार ने इन हमलों को ‘निवारक कार्रवाई’ बताया है.
पाकिस्तान का दावा: एयरबेस पर हमले
शनिवार सुबह करीब 4 बजे इस्लामाबाद में पाकिस्तान के सैन्य प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने एक आपात प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि भारत ने उसके तीन एयरबेस – नूर खान (चकलाला, रावलपिंडी), मुरीद (चकवाल) और रफीकी (शोरकोट, झांग) – को मिसाइलों और ड्रोनों से निशाना बनाया. हालांकि, जनरल चौधरी ने अपने दावों के समर्थन में कोई ठोस सबूत या विस्तृत जानकारी नहीं दी.