कौन हैं मनोज सोनी की जगह लेने वाली प्रीति सूदन? सरकार ने बनाया UPSC चेयरपर्सन

Preeti Sudan UPSC Chairperson: UPSC के अध्यक्ष मनोज सोनी के इस्तीफे के बाद सरकार ने नए अध्यक्ष का चयन कर लिया है. 1983 बैच की IAS और पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन को नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. प्रीति, गुरुवार यानी 1 अगस्त को चेयरपर्सन के तौर पर काम करेंगी. इस संबंध में सरकार की ओर से आदेश जारी कर दिया गया है. आइये जानें इनकी पूरी प्रोफाइल

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Edited By: JBT Desk

Preeti Sudan UPSC Chairperson: केंद्र सरकार ने 1983 बैच की IAS अधिकारी और पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन को UPSC को नया अध्यक्ष बनाया है. उनकी नियुक्ति के संबंध में आदेश जारी कर दिए गए हैं. प्रीति 1 अगस्त से कार्यभार संभालेंगी. प्रीति आंध्र प्रदेश कैडर की प्रीति खाद्य प्रसंस्करण और पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन विभाग में भी सचिव रह चुकी हैं. इसके साथ ही उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग और रक्षा मंत्रालय में भी जिम्मेदारी से काम कर चुकी हैं.

मनोज सोनी के इस्तीफे के बाद लगातार इस बात पर चर्चा हो रही थी कि UPSC का नया चेयरमैन कौन होगा. कई नामों को लेकर कयास भी लगाए जा रहे थे. इस बीच केंद्र सरकार ने इन सभी कयासों पर लगाम लगा दिया है. प्रीति सूदन की नियुक्ति को लेकर आदेश जारी करने से अब लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष पद की तस्वीर साफ हो गई है.

कौन हैं प्रीति सूदन?

प्रीति सूदन 2022 से यूपीएससी मेंबर हैं. उन्होंने सिविल सेवा को 1983 में ज्वाइन किया था. वे आंध्र प्रदेश कैडर की रिटायर्ड आईएएस अधिकारी हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव के तौर पर उनका कार्यकाल जुलाई 2020 में खत्म हुआ था. इसके बाद वो UPSC की सदस्य बनीं थी. वो महिला एवं बाल विकास, रक्षा मंत्रालय में काम कर चुकी हैं. इसके साथ ही अपने कैडर आंध्र प्रदेश में वित्त, योजना, आपदा प्रबंधन, पर्यटन और कृषि के लिए काम किया है. वो वर्ल्ड बैंक के लिए सलाहकार की भी भूमिका निभा चुकी हैं.

अचानक हुआ प्रमोशन

प्रीति सूदन को ये प्रमोशन अचानक मिला है. वो UPSC के सदस्य के बाद अब आयोग की अध्यक्ष बन रही हैं. उनकी नियुक्ति पूर्व अध्यक्ष मनोज सोनी के इस्तीफे के बाद अचानक हुई है. ज्वाइन करने के साथ ही इनके सामने पूजा खेडकर जैसा बड़ा मामला निपटाने के लिए सामने होगा.

मनोज सोनी ने दिया था इस्तीफा

मनोज सोनी ने कुछ दिनों पहले UPSC के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. हालांकि, उन्होंने इसके पीछे के कारण को स्पष्ट नहीं किया था. उनके करीबी लोगों का कहना था कि वो अपने सामाजिक और धार्मिक कामों में ध्यान लगाने के लिए पद छोड़ रहे हैं. उनके इस्तीफे की जानकारी 20 जुलाई को सामने आई थी. हालांकि, उन्होंने इससे 14 दिन पहले ही रिजाइन कर दिया था. उनका कार्यकाल अभी 5 साल का बचा हुआ था. ऐसे में उनके इस्तीफे को पूजी खेडकर के विवाद से जोड़कर देखा जा रहा था.

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31 July 2024, 11:06 AM IST

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