पाकिस्तान में अहमदिया समुदाय पर जुल्म, गिराई 70 साल पुरानी मस्जिद, जानिए क्या है दुश्मनी का कारण
पाकिस्तान में अहमदिया समुदाय के खिलाफ हाल ही में एक और हमले की घटना सामने आई है, जिसमें एक अहमदिया मस्जिद पर बुलडोजर चला दिया गया. अहमदिया समुदाय के लिए यह हमला एक और बड़ा झटका है, क्योंकि पाकिस्तान में उनके धार्मिक अधिकारों का उल्लंघन पहले भी कई बार हो चुका है.
पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों, खासकर हिन्दू, सिख और अहमदिया समुदाय पर अत्याचार की घटनाएं दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही हैं. पाकिस्तान, जो एक मुस्लिम देश के रूप में जाना जाता है, वहां के अल्पसंख्यक समुदायों को लगातार उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है. अब एक बार फिर पाकिस्तान का अमानवीय चेहरा सामने आया है, जब पंजाब प्रांत के दसका इलाके में प्रशासन ने अहमदिया मुस्लिमों की 70 साल पुरानी मस्जिद को ढहा दिया.
यह मस्जिद पाकिस्तान के पहले विदेश मंत्री जफरुल्लाह खान द्वारा बनवायी गई थी. जफरुल्लाह खा का अहमदिया समुदाय से गहरा जुड़ाव था. उन्होंने ही इस मस्जिद की नींव रखी थी, और यह उनके योगदान का प्रतीक बन गई थी. यह घटना पाकिस्तान में अहमदिया समुदाय के खिलाफ प्रशासन की बढ़ती दमनकारी नीतियों की ओर इशारा करती है. अहमदिया समुदाय, जिसे पाकिस्तान में "काफिर" (अविश्वसनीय) माना जाता है, लगातार उत्पीड़न और भेदभाव का शिकार होता आ रहा है.