इजरायली हमलों और पलटवार के बीच 40 फलस्तीनी नागरिकों की मौत, स्वास्थ्य विभाग ने की पुष्टि
Israel-Hamas War:गाजा पट्टी में इस्राइली सैन्य हमलों के कारण हालात बेहद गंभीर हो गए हैं. फलस्तीनी स्वास्थ्य विभाग ने पुष्टि की है कि इन हमलों में अब तक 40 नागरिकों की मौत हो चुकी है. मारे गए अधिकांश लोग नुसेरात शिविर में रहते थे.
Israel-Hamas War: गाजा में इजरायली सेना के ताजा हमलों में 40 और लोगों की मौत हो गई है, जिनमें से ज्यादातर नुसीरत शरणार्थी क्षेत्र के निवासी थे. इन नई मौतों के साथ, गाजा में अब तक इजरायली हमलों में करीब 44,300 फलस्तीनी मारे जा चुके हैं. दूसरी ओर, एरिएल कस्बे के पास एक इजरायली बस पर फायरिंग की घटना में आठ लोग घायल हो गए. यह हमला एक फिलिस्तीन ने किया था.
गाजा में हिंसा और हताहतों की संख्या लगातार बढ़ रही है, जबकि इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष का कोई समाधान फिलहाल नजर नहीं आ रहा है. हालात और अधिक बिगड़ने की आशंका है. फिलिस्तीनी नागरिक आपातकालीन सेवा ने कहा है कि उनकी टीम फंसे हुए निवासियों की मदद करने का हर संभव प्रयास कर रही है. सड़क पर पड़े शवों को कंबल और कफन से ढककर स्ट्रेचर पर लाया जा रहा है.
कमल अदवान अस्पताल पर हमला
इस हमले में गाजा के उत्तरी हिस्से में स्थित कमल अदवान अस्पताल को भी निशाना बनाया गया. अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई के प्रमुख अहमद अल-कहलौत की मौत ड्रोन हमले में हो गई. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अस्पताल में चिकित्सा सेवाएं और आवश्यक आपूर्ति लगभग खत्म हो चुकी हैं.
चिकित्सा सेवाएं संकट में
गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी है कि इस सप्ताह अस्पताल के निदेशक और 12 अन्य चिकित्सा कर्मियों की भी मौत हो चुकी है. अस्पतालों में चिकित्सा, ईंधन और भोजन की भारी कमी है.अधिकांश चिकित्सा स्टाफ को या तो हिरासत में लिया गया है या उन्हें काम करने से रोका गया है.
अमेरिका का युद्ध विराम का आह्वान
इस बीच, अमेरिका ने एक बार फिर युद्धविराम की अपील की है। लेकिन इस्राइल की सेना ने अब तक इस मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. गाजा पट्टी में हिंसा के कारण आम नागरिकों के लिए हालात बेहद कठिन हो गए हैं. स्वास्थ्य सेवाएं ठप हो चुकी हैं, और लोग बुनियादी जरूरतों के लिए भी संघर्ष कर रहे हैं. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस स्थिति को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं.