'बड़ी गलती' की है इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी', ईरान के मिसाइल अटैक पर नेतन्याहू ने दी चेतवानी
Iran Israel Conflict: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार रात कहा कि ईरान ने इजरायल की ओर मिसाइल दागकर 'बड़ी गलती' की है. टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के अनुसार, यरुशलम में सुरक्षा कैबिनेट की बैठक के उद्घाटन के दौरान उन्होंने कहा कि ईरान 'इसकी कीमत चुकाएगा'.
Iran Israel Conflict: ईरान के मिसाइल अटैक के बाद इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि ईरान ने मिसाइल दागकर बहुत बड़ी गलती की है. यरूशलेम में सुरक्षा कैबिनेट की बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि ईरान को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी. इजराइल और अमेरिका ने चेतावनी दी है कि ईरान की ओर से इजरायल पर हमला होने की स्थिति में गंभीर परिणाम होंगे, क्योंकि ईरान लेबनान में आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह का समर्थन करता है.
नेतन्याहू ने कहा कि शाम को इजरायल पर हमला 'विफल' रहा. उन्होंने अमेरिका को उसके समर्थन के लिए धन्यवाद देते हुए कहा, 'यह इजरायल की वायु रक्षा प्रणाली की बदौलत विफल हो गया, जो दुनिया में सबसे उन्नत है.
ईरान ने इजरायल पर दागी 400 मिसाइलें
ईरान ने मंगलवार को इजरायल की ओर 400 से अधिक मिसाइलें दागी है. इस हमले के बाद पूरे देश में सायरन बजने लगे और व्यापक आपातकालीन प्रतिक्रियाएं शुरू हो गईं. लाखों इजरायली इस समय कैंप में शरण ले रहे हैं. इजरायल सुरक्षा बलों (आईडीएफ) ने घोषणा की है कि हाल ही में स्थिति को देखते हुए देश भर के निवासियों को अब संरक्षित स्थानों को छोड़ने की अनुमति दी गई है. हालांकि, अधिकारियों ने लोगों से सतर्क रहने और होम फ्रंट कमांड के जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने का आग्रह किया है.
ईरान ने अपने कमांडरों की मौत का लिया बदला
तेहरान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार , इजरायल के खिलाफ हमला करने के बाद ईरान ने एक आधिकारिक बयान में कहा, 'इस्माइल हनीया, सैयद हसन नसरल्लाह और शहीद निलफूरोशन की शहादत के जवाब में, हमने कब्जे वाले क्षेत्रों के हृदय को निशाना बनाया है.' न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र में ईरान के मिशन ने मंगलवार को एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि इजरायल पर ईरान का हमला 'आतंकवादी कृत्यों के प्रति कानूनी, तर्कसंगत और वैध प्रतिक्रिया है.'
ईरानी राष्ट्रपति ने नेतन्याहू को दी चेतावनी
ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को चेतावनी देते हुए कहा कि ईरान 'आक्रामक नहीं है'.उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'वैध अधिकारों के आधार पर और ईरान और क्षेत्र के लिए शांति और सुरक्षा के उद्देश्य से ज़ायोनी शासन के आक्रमण का निर्णायक जवाब दिया गया. यह कार्रवाई ईरान के हितों और नागरिकों की रक्षा के लिए की गई. नेतन्याहू को बता दें कि ईरान कोई युद्धरत देश नहीं है, बल्कि वह किसी भी खतरे के खिलाफ मजबूती से खड़ा है. यह हमारी शक्ति का केवल एक कोना है ईरान के साथ संघर्ष में न पड़ें.