प्रेमानंद महाराज ने बताया वक्त से पहले मौत का कारण, कहीं आप भी तो नहीं कर रहे ये गलती?
प्रेमानंद महाराज बताते हैं कि अगर आप धार्मिक और पवित्र स्थानों पर गंदगी फैलाते हैं तो इस कारण भी आपकी आयु कम होती है. इसलिए आपको हमेशा पवित्र स्थानों पर सादगी भरे स्वभाव के साथ रहना चाहिए. इसके अलावा जो लोग दूसरे का उपहास उड़ाते हैं, वो भी कई तरह के कष्टों का सामना अपने जीवन में करते हैं और इनकी आयु भी धीरे-धीरे कम होने लगती है.

दैनिक जीवन में अगर हम सही आदतों को अपनाते हैं तो जीवन बहुत ही आसान हो जाता है. इससे आपके जीवन में आने वाली परेशानियां भी कम होने लगती है. प्रेमानंद महाराज बताते हैं कि आपके जीवन की कई ऐसी आदतें जो आपको वक्त से पहले मृत्यु के द्वार पर ले जाती है. आध्यात्मिक ज्ञान के सहायता से लोगों का मार्गदर्शन कर रहे प्रेमानंद जी महाराज ने कुछ ऐसी आदतों को बताया है जिनसे हमें हमेशा के लिए दूरी बनाने की जरूरत है. तो चलिए इसको विस्तार से जानते हैं.
आपके मन का शांत न रहना
अगर आपका मन पूरी तरह से एकाग्र नहीं रहता है तो निश्चित ही गलत चीजों पर आप ध्यान दे रहे हैं. जिससे आपकी ऊर्जा बेवजह ही समाप्त हो रही है, जिसका बुरा असर आपके जीवन पर भी देखने को मिलता है. आपके आस-पास कई ऐसे लोग होंगे जो कुछ करने की बजाय अक्सर अपने नाखून चबाते रहते हैं. इसके अलावा मुंह में कोई तिनका डालकर चबाने लगते हैं. प्रेमानंद जी के मुताबिक ऐसे व्यर्थ के काम वाले लोगों की आयु धीरे-धीरे कम होने लगती है.
व्यक्ति का नास्तिक स्वभाव
अगर आप नास्तिक हैं, आपकी रुचि भगवान में नहीं है तो शास्त्रों में बताया गया है कि इससे आपकी आयु बहुत जल्दी नष्ट हो जाती है. धर्म के विरुद्ध कार्य करना आपके लिए जीवन में भी और जीवन के बाद भी हानिकारक साबित होने लगता है.
संध्या काल में इन कार्यों को करना
अगर आप दैनिक जीवन में संध्या काल के समय भोजन करते हैं. साथ ही शारीरिक संबंध बनाते हैं तो इससे आपकी आयु कम होने लगती है. यह वक्त भगवत भजन करने के लिए सबसे उचित माना जाता है. इसलिए संध्या के समय इन कार्यों को करने से बचें.
अवैध संबंध में रहना
अगर आप अपनी पत्नी या पति के अलावा पराई स्त्री या पराए पुरुष के साथ संबंध बनाते हैं, तो इससे आपका अहित होता है. साथ ही यह कार्य आपकी अकाल मृत्यु का कारण बनता है, इसलिए आपको कभी भी अपने जीवनसाथी को धोखा नहीं देना चाहिए. बल्कि पवित्रता के साथ जीवनसाथी के साथ रहना चाहिए.
संतों और गुरुजनों का अपमान
अगर आप गुरुजनों और संतो जो कि पूजनीय हैं इनका अपमान करते हैं तो आपके जीवन में कई परेशानियां उत्पन्न होने लगती है. इसके अलावा आपकी ये गलत आदत आपकी अकाल मृत्यु की वजह भी बन सकती है. इतना ही नहीं जो लोग गर्भवती महिला का अपमान करते हैं उसे बाधा पहुंचाते हैं, उनकी भी असमय मृत्यु हो जाती है.
दूसरों के कपड़े न धारण करें
प्रेमानंद जी महाराज का कहना हैं कि कभी भी आपको किसी दूसरे व्यक्ति के जूते-चप्पल नहीं पहनने चाहिए. साथ ही ना ही किसी के पहने हुए कपड़े धारण करने चाहिए. ऐसा करने से भी आपकी आयु हर दिन कम होने लगती है और आप अकाल मृत्यु को प्राप्त होते हैं.