ओलंपिक में उत्तराखंड के लक्ष्य सेन का ऐतिहासिक प्रदर्शन, VIDEO में जानें पूरी कहानी
4 अगस्त को वे एक नया इतिहास रच सकते हैं. उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के लक्ष्य सेन ने ओलंपिक बैडमिंटन में क्वार्टर फाइनल मुकाबला जीतकर सेमीफाइनल में पहुंचकर इतिहास रच दिया है. इसके साथ ही, लक्ष्य सेन ओलंपिक में बैडमिंटन के सेमीफाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय शटलर खिलाड़ी बन गए हैं. इस उपलब्धि के बाद अल्मोड़ा में जश्न का माहौल है.
पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन जारी है. इनमें उत्तराखंड के लक्ष्य सेन खासा चर्चा में हैं. 4 अगस्त को वे एक नया इतिहास रच सकते हैं. उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के लक्ष्य सेन ने ओलंपिक बैडमिंटन में क्वार्टर फाइनल मुकाबला जीतकर सेमीफाइनल में पहुंचकर इतिहास रच दिया है. इसके साथ ही, लक्ष्य सेन ओलंपिक में बैडमिंटन के सेमीफाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय शटलर खिलाड़ी बन गए हैं. इस उपलब्धि के बाद अल्मोड़ा में जश्न का माहौल है.
अल्मोड़ा के बदरेश्वर वार्ड निवासी डीके सेन के पुत्र लक्ष्य सेन की इस सफलता ने पूरे जिले को गर्वित कर दिया है. इससे पहले भी लक्ष्य सेन ने कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं. उन्होंने स्पेन में वर्ल्ड चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल, दिल्ली में हुए इंडिया ओपन में गोल्ड मेडल, जर्मन ओपन में सिल्वर मेडल, ऑल इंग्लैंड टूर्नामेंट में सिल्वर मेडल और थॉमस कप में टीम को गोल्ड मेडल दिलाया है.
उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए उन्हें अर्जुन अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया है. लक्ष्य सेन की इस उपलब्धि से पूरे देश में खुशी की लहर दौड़ गई है और उनके अगले मुकाबले का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। पेरिस ओलंपिक में उनका प्रदर्शन देश के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया है.