NEET एग्जाम से पहले राजस्थान SOG ने गुरुग्राम से तीन ठगों को पकड़ा, 40 लाख में हुई थी पेपर की डील
राजस्थान पुलिस की SOG ने NEET UG परीक्षा में पेपर लीक के नाम पर 40 लाख रुपये की ठगी की कोशिश करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया. आरोपियों ने गुरुग्राम में छात्र के परिवार को फर्जी पेपर बेचने का झांसा दिया. एनटीए ने भी धोखाधड़ी रोकने के लिए एक पोर्टल शुरू किया, जहां 1500 से अधिक संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी मिली है. 106 टेलीग्राम और 16 इंस्टाग्राम चैनलों की पहचान हुई है. छात्रों को फर्जी दावों से सतर्क रहने की सलाह दी गई है.

राजस्थान पुलिस की स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (SOG) ने NEET UG परीक्षा से जुड़ी एक गंभीर ठगी की साजिश का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने तीन आरोपियों बलवान (27), मुकेश मीणा (40), और हरदास (38) को गिरफ्तार किया है. इन लोगों ने एक परीक्षार्थी से 40 लाख रुपये ऐंठने की योजना बनाई थी. उन्होंने छात्र और उसके परिवार को यह कहकर गुमराह किया कि उनके पास NEET UG 2025 का परीक्षा पेपर है और उसे बेच सकते हैं.
गुरुग्राम में रची गई साजिश
पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने छात्र और उसके परिवार को विश्वास में लेकर उन्हें गुरुग्राम बुलाया. वहां इन्होंने कथित पेपर के बदले 40 लाख रुपये की मांग की. परिवार ने पहले पेपर देखने की मांग की, लेकिन जब आरोपियों ने मना किया तो उन्हें शक हुआ. इसके बाद परिजनों ने तुरंत SOG को इसकी जानकारी दी. पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए शनिवार को तीनों आरोपियों को धर दबोचा.
पुलिस की सख्त चेतावनी
पुलिस ने छात्रों और अभिभावकों को ऐसे झूठे दावों से सतर्क रहने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि इस प्रकार के गिरोह अक्सर परीक्षा के नाम पर लोगों को ठगने की फिराक में रहते हैं. इसलिए केवल आधिकारिक स्रोतों पर ही विश्वास करें और किसी भी शंका की स्थिति में तुरंत पुलिस से संपर्क करें.
एनटीए की सख्ती और सतर्कता
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने NEET UG 2025 के दौरान संभावित धोखाधड़ी से बचाव के लिए पहले ही एक अहम कदम उठाया था. 26 अप्रैल 2025 को NTA ने एक विशेष पोर्टल लॉन्च किया, जहां आम लोग और छात्र संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी साझा कर सकते हैं. इस पोर्टल पर अब तक 1500 से अधिक रिपोर्ट्स मिल चुकी हैं, जिनमें सबसे अधिक शिकायतें टेलीग्राम चैनलों से संबंधित हैं.
फर्जी चैनलों की पहचान और कार्रवाई
एनटीए ने अब तक 106 टेलीग्राम और 16 इंस्टाग्राम चैनलों को चिह्नित किया है जो फर्जी तरीके से पेपर लीक होने का दावा कर रहे थे. इन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर झूठी सूचनाएं फैलाकर छात्रों को भ्रमित किया जा रहा था. एनटीए ने टेलीग्राम और इंस्टाग्राम से इन चैनलों को हटाने का अनुरोध किया है. साथ ही, यह मामला गृह मंत्रालय के साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) को सौंपा गया है ताकि कानूनी कार्रवाई की जा सके.
यह घटना छात्रों और उनके परिवारों के लिए एक सख्त चेतावनी है कि परीक्षा से जुड़े किसी भी शॉर्टकट या पेपर लीक के दावों में न फंसें. NEET जैसी महत्वपूर्ण परीक्षाओं में पूरी पारदर्शिता बरती जाती है, और किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी का हिस्सा बनना कानूनी अपराध है. बेहतर यही है कि छात्र अपनी मेहनत पर भरोसा करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत संबंधित अधिकारियों तक पहुंचाएं.