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3,700 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोपी ने साथी कैदी को फंसाया, जज को भेजा धमकी भरा मेल

लखनऊ जेल में बंद 3,700 करोड़ ठगी आरोपी अनुभव मित्तल ने कांस्टेबल के फोन से फर्जी ईमेल भेजकर एक जज की हत्या की झूठी साजिश साथी कैदी पर थोपने की कोशिश की. साइबर जांच में दोनों पर एफआईआर हुई.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

लखनऊः लखनऊ जेल में बंद एक बड़े धोखाधड़ी आरोपी अनुभव मित्तल पर अब एक और गंभीर आरोप लगा है. पहले से ही 3,700 करोड़ रुपये की फर्जी ट्रेडिंग योजनाओं में लोगों को ठगने के मामले में गिरफ्तार मित्तल पर इलाहाबाद हाईकोर्ट के एक न्यायाधीश की हत्या की झूठी साजिश गढ़ने का आरोप लगाया गया है. यह साजिश एक साथी कैदी को फंसाने के उद्देश्य से रची गई थी.

कैदी को फंसाने के लिए कांस्टेबल का मोबाइल इस्तेमाल

जांच में सामने आया कि अनुभव मित्तल ने एक पुलिस कांस्टेबल अजय कुमार के मोबाइल फोन का उपयोग करते हुए फर्जी ई-मेल भेजा. इस ई-मेल में उसने महेंद्र कुमार नाम से हाईकोर्ट के लखनऊ पीठ के एक न्यायाधीश की हत्या की योजना होने का दावा किया. ई-मेल में आरोपी ने साथी कैदी आनंदेश्वर अग्रहरि को इस कथित साजिश का मास्टरमाइंड बताया. अग्रहरि वही कैदी है जिसकी जमानत याचिका हाल ही में न्यायाधीश ने खारिज की थी, और इसी बात को आधार बनाकर उसे फंसाने की कोशिश की गई.

कैसे रची गई यह फर्जी साजिश?

4 नवंबर को कोर्ट में पेशी के लिए ले जाए जाने के दौरान मित्तल ने कांस्टेबल के फोन का इस्तेमाल “अपने मामले की जानकारी देखने” के बहाने किया. साइबर जांच में पता चला कि इसी दौरान उसने एक नई ई-मेल आईडी बनाई और अगले दिन सुबह 8.50 बजे ईमेल भेजने के लिए शेड्यूल कर दिया. ईमेल में दावा किया गया था कि अग्रहरि जेल अस्पताल में तैनाती के दौरान जज पर हमला करवाने की योजना बना रहा है और मोबाइल फोन का उपयोग कर बाहरी लोगों से संपर्क में है.

जेल प्रशासन को निजी दुश्मनी का शक

जेल प्रशासन का मानना है कि मित्तल ने यह साजिश व्यक्तिगत रंजिश के चलते रची ताकि अग्रहरि को गंभीर अपराध में फंसा कर मुश्किल में डाल सके. हाईकोर्ट प्रशासन को जब धमकी भरा ईमेल मिला तो तुरंत लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट को मामले की जानकारी दी गई. इसके बाद साइबर सेल और क्राइम ब्रांच ने जांच शुरू की, जिसमें ईमेल भेजने का स्रोत कांस्टेबल का मोबाइल निकला.

एफआईआर दर्ज, आंतरिक जांच शुरू

गोसाईगंज थाने में दर्ज एफआईआर में जेल प्रभारी अरविंद कुमार ने अनुभव मित्तल और कांस्टेबल अजय कुमार दोनों की संलिप्तता की पुष्टि की है. जेल प्रशासन ने साथ ही यह जांच भी शुरू कर दी है कि कैसे एक पुलिस फोन का इतना गंभीर दुरुपयोग संभव हुआ.

कौन है अनुभव मित्तल?

अनुभव मित्तल वही व्यक्ति है जिसे फरवरी 2017 में यूपी एसटीएफ ने एक बड़े ऑनलाइन ट्रेडिंग घोटाले में गिरफ्तार किया था. उस पर 3,700 करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी के 324 मामले दर्ज हैं. इसके अलावा दर्ज फर्जी योजनाओं से देशभर के हजारों लोगों को ठगने के भी आरोप हैं. उसकी पत्नी आयुषी और पिता सुनील मित्तल भी इसी मामले में सह-आरोपी हैं और जेल में हैं.

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10 November 2025, 11:33 AM IST

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