
MMS या वीडियो लीक होने पर इस तरह से वेबसाइट या सोशल मीडिया से हटाने का तरीका!
टेक्नोलॉजी ने हमारी जिंदगी बेहद आसान बनी दी है. बस एक क्लिक से अब आप सारे काम बड़े आसानी से कर सकते हैं. यहां तक कि घर बैठे ही सोशल मीडिया के सहारे दुनियाभर के लोग आसानी से एक-दूसरे से जुड़ जाते हैं. कई लोगों ने तो मोबाइल पर ही अपनी एक आभासी दुनिया बना ली है

टेक्नोलॉजी ने हमारी जिंदगी बेहद आसान बनी दी है. बस एक क्लिक से अब आप सारे काम बड़े आसानी से कर सकते हैं. यहां तक कि घर बैठे ही सोशल मीडिया के सहारे दुनियाभर के लोग आसानी से एक-दूसरे से जुड़ जाते हैं. कई लोगों ने तो मोबाइल पर ही अपनी एक आभासी दुनिया बना ली है. लेकिन ये वर्चुअल लाइफ कई बार बेहद खतरनाक साबित हो सकती है. कई बार हम ऐसे लोगों पर भरोसा कर लेते हैं जिन्हें हम ठीक से जानते तक नहीं. आपकी यही नादानी कई बार आप पर भारी पड़ जाती है. आपके भरोसे का फायदा उठाकर कई बार लोग आपका गलत वीडियो बना लेते हैं और फिर शुरू होता ब्लैकमेलिंग का खेल. चंडीगढ़ युनिवर्सिटी में 60 छात्राओं के एमएमएस मामले ने ये सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या आप वाकई में सुरक्षित हैं. कहीं कोई आपका भी तो वीडियो नहीं बना रहा है.
अगर आप भी ऐसे ही अपराध का शिकार हो गई हैं और आपका वीडियो वायरल हो गया है या फिर किसी पोर्न साइट या सोशल मीडिया वेबसाइट्स पर आपका वीडियो अपलोड हो गया है तो डरें नहीं क्योंकि इन साइट्स पर अपलोडेड वीडियो या फोटो को आप डिलीट करवा सकते हैं. लेकिन सबसे पहले शर्माना और डरना छोड़िए और लोकल पुलिस स्टेशन में जाकर इसकी शिकायत दर्ज करवाइए. इसे साइबर पोर्नोग्राफी कहते हैं इसके तहत महिलाओं के अश्लील वीडियो या फोटो के साथ छेड़छाड़ कर के उन्हें बदनाम करने के लिए और ब्लैकमेल करने के लिए ऑनलाइन पोस्ट कर देते हैं.
अगर आप साबर क्राइम का शिकार हो गई हैं आपको पुलिस की मदद लेनी चाहिए. केंद्र सरकार के साथ-साथ लगभग सभी राज्यों के पुलिस विभागों की अपनी-अपनी साइबर सेल टीमें हैं. यदि आप पुलिस में अपनी शिकायत दर्ज करते हैं, तो पुलिस इसकी होस्ट वेबसाइट को खोजने के लिए फोरेंसिक टूल का उपयोग करती है, जिसके बाद यह पता चलता है कि सामग्री किस सोशल मीडिया नेटवर्क या वेबसाइट पर मौजूद है. वेबसाइट होस्ट के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाती है.
अश्लील साइटों या अन्य वेबसाइटों से लीक हुई संवेदनशील तस्वीरों या वीडियो को आप खुद भी हटवा सकत हैं. आप संवेदनशील सामग्री को हटाने के लिए खुद भी वेबसाइट होस्ट से अनुरोध कर सकते हैं. वेबसाइटों के होस्ट की संपर्क जानकारी कुछ वेबसाइटों पर उपलब्ध होती है, लेकिन कुछ को आपको स्वयं निकालना होता है. वैसे तो इसके लिए कई वेबसाइट हैं, जो आपके काम को आसान बना सकती हैं, लेकिन एक लोकप्रिय वेबसाइट www.whois.com है, जो आपको वेबसाइट होस्ट की जानकारी दे सकती है. यहां आपको सिर्फ वेबसाइट का नाम डालना है और उसके होस्ट की जानकारी आपके सामने आ जाएगी. ज्यादातर वेबसाइटें एक कॉपीराइट नीति का पालन करती हैं, जिसके कारण अनुरोध पर आपकी सामग्री को तुरंत हटाया जा सकता है. पोर्न वेबसाइटें रिपोर्ट विकल्प भी प्रदान करती हैं जहां आप फ़ोटो या वीडियो की रिपोर्ट कर सकते हैं, जिससे उन्हें निकालना आसान हो जाता है. लेकिन उसके बाद भी अगर वेबसाइट से आपकी सामग्री नहीं हटाई जाती है तो फिर आप पुलिस की मदद लीजिए.
महिलाओं के खिलाफ साइबर अपराध के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. साल 2021 में महिलाओं के खिलाफ साइबर अपराधों के 2597 मामले दर्ज हुए थे. पांच सालों इन अपराधों की संख्या 4 गुना हो गई है. साइबर क्राइम का शिकार बड़ी हस्तियां ही नहीं अब आम लोग भी हो रहे हैं.
संबंधित


