Facebook ने लिया बड़ा फैसला, इस तारीख से गायब हो जाएगा ये बटन
रिपोर्ट के अनुसार, अब मेटा (Meta) कंपनी ने एक बड़ा फैसला लिया है. जल्द ही फेसबुक का लाइक और कमेंट बटन एक्सटर्नल वेबसाइट्स से हटा दिया जाएगा. इसका मतलब यह है कि अब आप किसी ब्लॉग, न्यूज साइट या शॉपिंग पोर्टल पर फेसबुक का लाइक या कमेंट बटन नहीं देख पाएंगे.

रिपोर्ट के अनुसार, अब मेटा (Meta) कंपनी ने एक बड़ा फैसला लिया है. जल्द ही फेसबुक का लाइक और कमेंट बटन एक्सटर्नल वेबसाइट्स से हटा दिया जाएगा. इसका मतलब यह है कि अब आप किसी ब्लॉग, न्यूज साइट या शॉपिंग पोर्टल पर फेसबुक का लाइक या कमेंट बटन नहीं देख पाएंगे.
लाइक और कमेंट बटन गायब हो जाएगा
10 फरवरी 2026 से यह बदलाव लागू हो जाएगा. इस तारीख के बाद, जिन वेबसाइट्स पर फेसबुक पोस्ट या प्लगइन ऐम्बेड किए गए हैं. वहां से लाइक और कमेंट बटन पूरी तरह गायब हो जाएंगे. यानी अब आप किसी वेबसाइट पर पढ़ी जा रही खबर या ब्लॉग को फेसबुक पर सीधे लाइक नहीं कर पाएंगे.
एक दशक पहले हुई थी शुरुआत
दरअसल, मेटा का कहना है कि यह कदम डेवलपर टूल्स को और आधुनिक और सरल बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है. करीब दस साल पहले इन सोशल प्लगइन्स की शुरुआत हुई थी ताकि यूजर सीधे वेबसाइट से ही फेसबुक पर अपनी प्रतिक्रिया दे सकें, लेकिन अब समय के साथ इनका इस्तेमाल बहुत कम हो गया है. आजकल लोग ज्यादातर फेसबुक ऐप या वेबसाइट पर ही जाकर अपनी प्रतिक्रिया देते हैं. इसलिए कंपनी अब पुराने टूल्स को हटाकर नए और बेहतर फीचर्स पर ध्यान केंद्रित करना चाहती है.
बाहरी वेबसाइट्स पर लागू होगा
यह बात ध्यान देने वाली है कि यह बदलाव केवल बाहरी वेबसाइट्स पर लागू होगा. फेसबुक ऐप और फेसबुक की आधिकारिक वेबसाइट पर लाइक और कमेंट बटन पहले की तरह मौजूद रहेंगे. यानी यूजर्स फेसबुक पर पहले की तरह ही किसी पोस्ट को लाइक या उस पर कमेंट कर सकेंगे.
तकनीकी दिक्कत नहीं आएगी
उदाहरण के तौर पर, अगर आप कोई न्यूज वेबसाइट या ब्लॉग पढ़ रहे थे, तो वहां अक्सर एक छोटा फेसबुक का नीला लाइक बटन दिखता है. इस बटन को दबाकर आप बिना फेसबुक खोले ही उस खबर या पोस्ट को लाइक कर सकते थे. लेकिन, 10 फरवरी 2026 के बाद ऐसा संभव नहीं होगा. इन बटनों को हटा दिया जाएगा. हालांकि, इससे वेबसाइट्स या ब्लॉग्स पर कोई तकनीकी दिक्कत नहीं आएगी. केवल यह बटन दिखाई देना बंद हो जाएगा.
प्लेटफॉर्म और डेवलपर्स दोनों का फायदा
कुल मिलाकर, मेटा का यह कदम डिजिटल अनुभव को सरल बनाने की दिशा में एक और कदम है. कंपनी अब पुराने टूल्स की जगह नए और अधिक उपयोगी फीचर्स लाने की तैयारी में है, जिससे फेसबुक प्लेटफॉर्म और डेवलपर्स दोनों को फायदा होगा.


