भारत तैयार कर रहा ‘एथिकल AI’ का मॉडल, 2026 में होगी ग्लोबल AI समिट की मेजबानी: पीएम मोदी
ESTIC 2025 में प्रधानमंत्री मोदी ने AI के भविष्य पर कहा कि भारत दुनिया को एक नैतिक और इंसान-केन्द्रित AI मॉडल की ओर ले जा रहा है. पीएम मोदी ने एआई, रिसर्च और इनोवेशन को लेकर महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित Emerging Science, Technology and Innovation Conclave (ESTIC 2025) में विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में भारत की नई दिशा पेश की. इस दौरान उन्होंने कहा कि देश अब मानव-केंद्रित और नैतिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए एक ग्लोबल फ्रेमवर्क तैयार कर रहा है.
अगले वर्ष तक लागू होगा भारत का AI गवर्नेंस फ्रेमवर्क
पीएम मोदी ने बताया कि भारत का AI गवर्नेंस फ्रेमवर्क अगले वर्ष तक लागू कर दिया जाएगा, जो विश्व के लिए एक नया मानक बनेगा. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बढ़ते उपयोग के बीच यह जरूरी है कि इसका इस्तेमाल जिम्मेदारी और पारदर्शिता के साथ किया जाए. इसी दिशा में सरकार एक AI गवर्नेंस फ्रेमवर्क पर काम कर रही है, जो तय करेगा कि किन क्षेत्रों में AI का प्रयोग किया जा सकता है और किन जगहों पर उसकी सीमाएं होंगी.
उन्होंने कहा कि AI का उपयोग मानवता के कल्याण के लिए होना चाहिए, न कि उसके खिलाफ. भारत इस दिशा में दुनिया को एक जिम्मेदार और मानव-केंद्रित दृष्टिकोण देने के लिए प्रतिबद्ध है. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री पीएम ने रिसर्च, डेवलपमेंट एंड इनोवेशन स्कीम की भी शुरुआत की.
उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत सरकार ने 1 लाख करोड़ रुपये का कोष बनाया है, जिससे निजी क्षेत्र और स्टार्टअप्स को रिसर्च और इनोवेशन के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा. इसका उद्देश्य देश में AI, रोबोटिक्स, क्वांटम कंप्यूटिंग और डीप टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में निवेश बढ़ाना है. मोदी ने कहा कि जैसे हमने ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ को आगे बढ़ाया, वैसे ही अब समय है ईज ऑफ डूइंग रिसर्च’ का ताकि भारत इनोवेशन की नई राजधानी बन सके.
2026 में भारत करेगा Global AI Summit की मेजबानी
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी घोषणा की कि भारत फरवरी 2026 में “ग्लोबल AI समिट” की मेजबानी करेगा. इस समिट का उद्देश्य दुनिया भर के विशेषज्ञों, उद्योगपतियों और नीति निर्माताओं को एक साथ लाकर एथिकल और इनक्लूसिव AI पर वैश्विक चर्चा को आगे बढ़ाना है. उन्होंने कहा कि भारत का लक्ष्य है कि टेक्नोलॉजी मानवता को सशक्त बनाए, उसे प्रतिस्थापित नहीं करे.
गौरतलब है कि Google, OpenAI और कई अन्य टेक कंपनियां पहले ही भारत में AI इंफ्रास्ट्रक्चर और रिसर्च निवेश की घोषणा कर चुकी हैं. पीएम मोदी ने कहा कि यह भारत के बढ़ते तकनीकी आत्मविश्वास का संकेत है. उन्होंने अंत में कहा कि AI और इनोवेशन के क्षेत्र में भारत सिर्फ उपभोक्ता नहीं, बल्कि वैश्विक नेता बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है.


