अस्थमा से राहत के लिए बेस्ट हैं ये ब्रीद‍िंग एक्‍सरसाइज


2025/06/01 15:43:39 IST

अनुलोम-विलोम

    नाक के एक छिद्र से सांस लेना और दूसरे से छोड़ना – फेफड़ों को मजबूती देता है.

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भ्रामरी प्राणायाम

    हंमिंग जैसी आवाज के साथ सांस छोड़ना – तनाव कम करता है और श्वसन प्रणाली को शांत करता है.

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कपालभाति

    तेजी से सांस छोड़ने की प्रक्रिया – बलगम निकालने और फेफड़ों की सफाई में मददगार.

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दीप ब्रीदिंग (गहरी सांस लेना)

    धीरे-धीरे गहरी सांस लेना और छोड़ना – ऑक्सीजन का प्रवाह बेहतर करता है.

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पर्स्ड लिप ब्रीदिंग

    होंठों को सिकोड़कर धीरे-धीरे सांस छोड़ना – सांस की तकलीफ कम करता है.

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बॉक्स ब्रीदिंग

    4 सेकंड तक सांस लेना, रोकना, छोड़ना और फिर रोकना – सांस को कंट्रोल करना सिखाता है.

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डायाफ्रामेटिक ब्रीदिंग

    पेट के बल सांस लेना – फेफड़ों की क्षमता बढ़ाता है.

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