हाई बीपी को क्यों माना जाता है साइलेंट किलर
लक्षणों का अभाव
हाई बीपी के प्रारंभिक चरणों में कोई स्पष्ट लक्षण नहीं होते, जिससे इसे पहचानना मुश्किल होता है.
Credit: Freepikधीरे-धीरे डालता है प्रभाव
बीपी बढ़ने के कारण आंतरिक अंगों पर धीरे-धीरे दबाव बनता है, जो समय के साथ हानि पहुंचा सकता है.
Credit: Freepikहृदय रोग का कारण
हाई बीपी से हृदय पर अतिरिक्त दबाव बनता है, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ता है.
Credit: Freepikकिडनी को नुकसान
हाई बीपी किडनी की रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है, जिससे किडनी फेल हो सकती है.
Credit: Freepikस्ट्रोक का खतरा
यह मस्तिष्क की रक्त वाहिकाओं पर असर डालता है, जिससे स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है.
Credit: Freepikनजर की समस्याएं
हाई बीपी आंखों की रक्त वाहिकाओं को प्रभावित कर सकता है, जिससे नजर में समस्या हो सकती है.
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