दिल की तकलीफ़ कम नहीं करते, अब कोई शिकवा हम नहीं करते, पढ़ें जौन एलिया के शेर


2024/02/03 21:45:30 IST

मोहब्बत

    है मोहब्बत हयात की लज़्ज़त, वर्ना कुछ लज़्ज़त-ए-हयात नहीं

Credit: Social Media

ख़तरा

    अब नहीं कोई बात ख़तरे की, अब सभी को सभी से ख़तरा है

Credit: Social Media

आज़ाद

    मेरी बाँहों में बहकने की सज़ा भी सुन ले, अब बहुत देर में आज़ाद करूँगा तुझ को

Credit: Social Media

तौर-ए-ज़िंदगी

    काम की बात मैं ने की ही नहीं, ये मिरा तौर-ए-ज़िंदगी ही नहीं

Credit: Social Media

ग़म

    ये बहुत ग़म की बात हो शायद, अब तो ग़म भी गँवा चुका हूँ मैं

Credit: Social Media

आरज़ू

    तुम्हारी याद में जीने की आरज़ू है अभी, कुछ अपना हाल सँभालूँ अगर इजाज़त हो

Credit: Social Media

ख़्वाहिश

    मुझ को ख़्वाहिश ही ढूँडने की न थी, मुझ में खोया रहा ख़ुदा मेरा

Credit: Social Media

View More Web Stories