दिल की तकलीफ़ कम नहीं करते, अब कोई शिकवा हम नहीं करते, पढ़ें जौन एलिया के शेर
मोहब्बत
है मोहब्बत हयात की लज़्ज़त, वर्ना कुछ लज़्ज़त-ए-हयात नहीं
Credit: Social Mediaख़तरा
अब नहीं कोई बात ख़तरे की, अब सभी को सभी से ख़तरा है
Credit: Social Mediaआज़ाद
मेरी बाँहों में बहकने की सज़ा भी सुन ले, अब बहुत देर में आज़ाद करूँगा तुझ को
Credit: Social Media तौर-ए-ज़िंदगी
काम की बात मैं ने की ही नहीं, ये मिरा तौर-ए-ज़िंदगी ही नहीं
Credit: Social Mediaग़म
ये बहुत ग़म की बात हो शायद, अब तो ग़म भी गँवा चुका हूँ मैं
Credit: Social Mediaआरज़ू
तुम्हारी याद में जीने की आरज़ू है अभी, कुछ अपना हाल सँभालूँ अगर इजाज़त हो
Credit: Social Mediaख़्वाहिश
मुझ को ख़्वाहिश ही ढूँडने की न थी, मुझ में खोया रहा ख़ुदा मेरा
Credit: Social Media View More Web Stories