Urdu Poetry: उस की याद आई है साँसो ज़रा आहिस्ता चलो... राहत इंदौरी के कुछ मशहूर शेर...
राहत इंदौरी
उस की याद आई है साँसो ज़रा आहिस्ता चलो..
धड़कनों से भी इबादत में ख़लल पड़ता है..!!
राहत इंदौरी
न हम-सफ़र न किसी हम-नशीं से निकलेगा..
हमारे पाँव का काँटा हमीं से निकलेगा..!!
राहत इंदौरी
हम से पहले भी मुसाफ़िर कई गुज़रे होंगे..
कम से कम राह के पत्थर तो हटाते जाते..!!
राहत इंदौरी
तूफ़ानों से आँख मिलाओ, सैलाबों पर वार करो..
मल्लाहों का चक्कर छोड़ो, तैर के दरिया पार करो..!!
राहत इंदौरी
कहीं अकेले में मिल कर झिंझोड़ दूँगा उसे..
जहाँ जहाँ से वो टूटा है जोड़ दूँगा उसे..!!
राहत इंदौरी
ये हादसा तो किसी दिन गुजरने वाला था..
मैं बच भी जाता तो एक रोज मरने वाला था..!
राहत इंदौरी
बहुत ग़ुरूर है दरिया को अपने होने पर..
जो मेरी प्यास से उलझे तो धज्जियां उड़ जाएं..!!
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