Urdu Shayari: जवाँ होते ही ले उड़ा हुस्न तुम को,परी हो गए तुम तो इंसान हो कर
रियाज़ ख़ैराबादी
बच जाए जवानी में जो दुनिया की हवा से ,होता है फ़रिश्ता कोई इंसाँ नहीं होता
Credit: Social Mediaहीरानंद सोज़
अजीब हाल था अहद-ए-शबाब में दिल का, मुझे गुनाह भी कार-ए-सवाब लगता था
Credit: Social Mediaअख़्तर अंसारी
रगों में दौड़ती हैं बिजलियाँ लहू के एवज़,शबाब कहते हैं जिस चीज़ को क़यामत है
Credit: Social Mediaहफ़ीज़ जालंधरी
ख़ामोश हो गईं जो उमंगें शबाब की,फिर जुरअत-ए-गुनाह न की हम भी चुप रहे
Credit: Social Mediaअब्दुल हमीद अदम
वो अहद-ए-जवानी वो ख़राबात का आलम,नग़्मात में डूबी हुई बरसात का आलम
Credit: Social Mediaजलाल लखनवी
'जलाल' अहद-ए-जवानी है दोगे दिल सौ बार, अभी की तौबा नहीं ए'तिबार के क़ाबिल
Credit: freepikतिलोकचंद महरूम
ऐ हम-नफ़स न पूछ जवानी का माजरा, मौज-ए-नसीम थी इधर आई उधर गई
Credit: Social Mediaअब्दुल हमीद अदम
नौजवानी में पारसा होना, कैसा कार-ए-ज़बून है प्यारे
Credit: Social Media View More Web Stories