Kashti Shayari: कश्ती पर कहे गए मशहूर शायरों के कुछ चुनिंदा शेर...


2023/10/30 19:20:17 IST

क़तील शिफ़ाई

    अच्छा यक़ीं नहीं है तो कश्ती डुबा के देख.. इक तू ही नाख़ुदा नहीं ज़ालिम ख़ुदा भी है..!!

अब्दुल हमीद अदम

    कश्ती चला रहा है मगर किस अदा के साथ.. हम भी न डूब जाएँ कहीं ना-ख़ुदा के साथ..!!

हसरत मोहानी

    उस ना-ख़ुदा के ज़ुल्म ओ सितम हाए क्या करूँ.. कश्ती मिरी डुबोई है साहिल के आस-पास..!!

अज़हर इनायती

    ये अलग बात कि मैं नूह नहीं था लेकिन.. मैं ने कश्ती को ग़लत सम्त में बहने न दिया..!!

ज़ेब ग़ौरी

    चमक रहा है ख़ेमा-ए-रौशन दूर सितारे सा.. दिल की कश्ती तैर रही है खुले समुंदर में..!!

फ़रीद परबती

    कभी मेरी तलब कच्चे घड़े पर पार उतरती है.. कभी महफ़ूज़ कश्ती में सफ़र करने से डरता हूँ..!!

मुसहफ़ी ग़ुलाम हमदानी

    सरक ऐ मौज सलामत तो रह-ए-साहिल ले.. तुझ को क्या काम जो कश्ती मिरी तूफ़ान में है..!!

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