जानें यहां रावण की लंका के बारे में कुछ ऐसे तथ्य जो शायद ही आपने सुने हो
रामायण
रामायण के अनुसार रावण की लंका बहुत सुंदर और खूबसूरत थी. इसे 'स्वर्ण नगरी' के नाम से जाना जाता था.
रावण की धरोहर
'स्वर्ण नगरी' सोने की लंका को ज्यादातर लोग रावण की धरोहर मानते हैं लेकिन पुराणों के अनुसार में ये सच नहीं है. 'स्वर्ण नगरी' को भगवान शिव ने बसाया था.
शिव पुराण
शिव पुराण के अनुसार भगवान शिव ने पार्वती के लिए पूरी लंका को स्वर्णजड़ित बनवाया था.
विश्वकर्मा और कुबेर
भगवान शिव के कहने पर देवताओं के शिल्पकार विश्वकर्मा और कुबेर ने मिलकर समुद्र के मध्य त्रिकुटाचल पर्वत पर लंका का निर्माण किया था.
माता पार्वती
माता पार्वती जी ने शिव जी से एक ऐसा महल बनवाने की विनती की जो तीनों लोक में कहीं न हो
पर्वत श्रंखलाओ
लंका का निर्माण तीन पर्वत श्रंखलाओ से मिलकर किया गया था. पहले पर्वत का नाम सुबेल, दूसरे का नाम नील और तीसरे पर्वत का नाम सुन्दर पर्वत था.
ब्राह्मण का रुप
रावण ने लालच में आकर लंका को प्राप्त करने के लिए ब्राह्मण का रुप लिया और भगवान शिव से भिक्षा में सोने की लंका मांग ली.
माता पार्वती का श्राप
रावण को दान में लंका देने की बात जब माता पार्वती को पता हुई तो उन्होंने क्रोध में सोने की लंका एक दिन जलकर राख हो जाएगी का श्राप दे दिया. जिसके बाद हनुमान जी ने सोने की लंका को जलाकर भस्म कर दिया.
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