जब Olympics में हो गई थी 11 खिलाड़ियों की हत्या
जर्मनी को मेजबानी
1972 को जर्मनी बर्लिन में 20वें ओलिंपिक मेजबानी मिला थी. ऐसा 36 साल बाद हो रहा था.
Credit: Social Mediaतगड़े इंतजाम
जर्मनी कोई गड़बड़ी नहीं चाहता था. इसलिए खिलाड़ियों की सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए गए थे.
Credit: Social Mediaबड़ी सेंध
तमाम इंतजाम के बाद भी 11वें दिन बड़ी सेंध लगी और ओलिंपिक विलेज में आतंकियों ने 11 इजराइली खिलाड़ियों की हत्या कर दी.
Credit: Social Mediaउग्रवादी हमला
5 सितंबर 1972 तड़के साढ़े 4 बजे फिलिस्तीनी उग्रवादी संगठन ब्लैक सेप्टेंबर के आठ आतंकी ओलिंपिक विलेज में दाखिल हो गए थे.
Credit: Social Mediaनिशाने पर इजराइली एथलीट
उन्होंने एथलीट के भेष रखा था. वो सीधे वहां पहुंचे जहां इजराइली एथलीट रुके हुए थे और 2 लोगों को मार दिया. वहीं 9 को कब्जे में ले लिया.
Credit: Social Mediaआतंकियों की रिहाई
आतंकियों ने इजरायल की सरकार से मांग रखी की 200 फिलिस्तीनियों और जर्मनी में बंद 2 आकंकियों को छोड़ दिया जाए.
Credit: Social Mediaपुलिस से गोलीबारी
रात तक उनकी मांग मान ली गई और उनके लिए हवाई जहाज की व्यवस्था की गई. पर जब वो एयरबेस पहुंचे तो पुलिस के बीच गोलीबारी हो गई.
Credit: Social Media5 आतंकी मारे गए
पूरी रात चली इस जंग में सभी 9 खिलाडियों की मौत हो गई. इसमें 5 आतंकी भी मारे गए और एक पुलिस की जवान शहीद हुआ.
Credit: Social Media24 घंटे रुका खेल
इसके बाद 24 घंटे तक ओलंपिक टाल दिया गया. हालांकि, आधे से अधिक इजरायली खिलाड़ी यहां से लौट चुके थे.
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