काबुल से आकर कैसे बनी मुगल साम्राज्य की सबसे शक्तिशाली महिला
मुगल सल्तनत पर महिलाओं का राज
मुगल सल्तनत की कुछ महिलाएं इतिहास में ऐसे दर्ज हो गईं, जिन्हें भुला पाना मुश्किल है. इतिहास में एक ऐसी महिला भी थी जिसने मुगल सल्तनत पर राज किया था.
Credit: Social Mediaमाहम अंगा
शेरशाह सूरी से हारने के बाद जब हुमायूँ साम्राज्य वापस पाने के लिए भारत पहुँचा तो वह अपने साथ केवल एक महिला को लाया, जिसका नाम था माहम अंगा.
Credit: Social Media13 साल के अकबर के साथ पहुंची थी भारत
वह महम अंगा हुमायूँ के छोटे भाई नादीन खान की पत्नी थीं. माहम अंगा 13 साल के अकबर और हुमायूं के साथ हिन्दुस्तान पहुंचीं.
Credit: Social Mediaसाम्राज्य को पुनः प्राप्त किया
अपने साम्राज्य को पुनः प्राप्त करने के बाद, हुमायूँ की मृत्यु हो गई और सत्ता संभालने की जिम्मेदारी बैरम खान पर आ गई.
Credit: Social Mediaमाहम अंगा बैरम खां को पसंद नहीं करती थींं
14 साल की उम्र में अकबर को बादशाह बनाने वाले बैरम और माहम अंगा के बीच छत्तीस का आंकड़ा था, ये दोनों एक-दूसरे को आंख मूंदकर पसंद नहीं करते थे.
Credit: Social Mediaमक्का भेजने के लिए अकबर को किया राजी
इस दौरान महम ने अकबर को बैरम खान को तीर्थयात्रा के लिए मक्का भेजने के लिए मना लिया, बैरम खान को भी अकबर का यह निर्णय स्वीकार करना पड़ा. 1561 में गुजरात की यात्रा के दौरान उनकी हत्या कर दी.
Credit: Social Mediaमाहम अंगा को मिला मौका
बैरम खान की मृत्यु के बाद माहम अंगा ने कई दरबारियों को उनकी वफादारी के लिए पुरस्कृत किया. शाही हरम और राजघराने की जिम्मेदारी उसके हाथों में थी.
Credit: Social Media दरबार में माहम का बढ़ा हस्तक्षेप
माहम धीरे-धीरे वह अकबर के दरबार से जुड़े मामलों में सीधे हस्तक्षेप करने लगी और वह बादशाह की राजनीतिक सलाहकार बन गयी. इस तरह वह मुगल साम्राज्य की पहली सबसे शक्तिशाली महिला बनकर सामने आईं.
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