किसानों के लिए खुशखबरी, जल्द जारी को सकती है प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की किस्त

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की तीसरी किस्त का भुगतान अगले तीन सप्ताह के बीच हो सकत है। वहीं अनुमान है कि किसानों के खाते तक राशि पहुंचने में डेढ़ से दो महीने लग सकते हैं।

calender

केंद्र सरकार देश के किसानों के लिए हमेशा नई योजनाएं लेकर आती रहती है। किसानों को फसल उत्पादन में किसी तरह की कोई समस्या ना हो इसके लिए सरकार की तरह से उन्हें आर्थिक मदद भी प्रदान की जाती है। वहीं कई बार मौसम और बारिश के कारण फसलें खराब हो जाती हैं। जिसकी वजह से किसानों का बहुत नुकसान होता है।

ऐसे में किसानों की सहायता के लिए केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की शुरुआत की। सूत्रों के मुताबिक इस योजना की तीसरी किस्त का भुगतान अगले तीन सप्ताह के बीच हो सकत है। वहीं अनुमान है कि किसानों के खाते तक राशि पहुंचने में डेढ़ से दो महीने लग सकते हैं।

हफ्ते भर मिले राशि-कृषि मंत्री

पिछले कुछ महीनों में देश के कई राज्यों में भारी बारिश के कारण किसानों को नुकसान हुआ है। वहीं देश के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह चाहते हैं कि किसनों को जल्द ही प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की राशि दे दी जाए। जिससे वो हुए नुकसान की भरपाई कर सके।

आपको बता दें कि केंद्र की यह योजना 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश में लागू हैं। साथ ही बंगाल, बिहार, तेलंगाना एवं झारखंड जैसे राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने योजना को अपने राज्य में लागू नहीं किया। बल्कि अलग से योजनाएं बनाई है।

इन कारणों से देरी से होता है भुगतान

किसानों को इस योजना की राशि को प्राप्त करने के लिए देरी का सामना करना पड़ रहा है। जिसका कारण है सर्वे देर से होना, समय सीमा का पालन न करना। साथ ही कई राज्यों में धन की कीम के कारण स्कीम के पैसे देने में देरी हो रही है। इस समस्या से निपटारे के लिए केंद्र सरकार बीमा कंपनी एवं राज्यों के साथ बैठक कर सकती है।

अब तक इतने लोगों को हुआ फायदा

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना साल 2016 में शुरु थी। आयुष्मान भारत के बाद यह देश की दूसरी सबसे बड़ी योजना है। इसके तहत अब तक प्राकृतिक आपदाओं से बीमित 37 करोड़ से ज्यादा किसानों को इसका लाभ मिल चुका है। वहीं एक लाख 80 हजार करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है। प्रत्येक वर्ष लगभग छह करोड़ से ज्यादा किसान इस योजना से जुड़ रहे हैं।

First Updated : Sunday, 07 May 2023