श्रीकला OUT, श्याम सिंह की ENTRY, 6 प्वाइंट में समझें जौनपुर की सियासत

लोकसभा चुनाव के तीसरे दौर के बीच उत्तर प्रदेश की जौनपुर सीट हॉट सीट बनती हुई नजर आ रही है. इस बीच अब सबके निकागे जौनपुर में अटकी हुई है कि आखिर यहां क्या होने वाला है.

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Aaj ka Sixer: लोकसभा चुनाव के तीसरे दौर के बीच उत्तर प्रदेश की जौनपुर सीट हॉट सीट बनती हुई नजर आ रही है. इस बीच अब सबके निकागे जौनपुर में अटकी हुई है कि आखिर यहां क्या होने वाला है. जौनपुर में एक रात में खेला हो गया है. जमानत पर जेल से निकले धनंजय सिंह रविवार की रात 8 बजे पत्नी श्रीकला के साथ जौनपुर लोकसभा चुनाव के लिए बसपा के केंद्रीय कार्यालय का उद्धाघाटन कर रहे हैं सुबह होते ही बसपा का टिकट श्रीकला से लेकर श्याम सिंह यादव को देने की खबर फैल गई. इस पर श्याम सिंह यादव ने दावा किया है उन्हें बसपा प्रमुख मायावती ने रात 1 बजे  फोन करके चुनाव लड़ने को कहा है.

 इस बीच धनंजय सिंह की भाजपा टिकट की दावेदारी को उस वक्त मुश्किल लगी जब उन्हें 7 साल की सजा सुनाई गई. जिसके बाद पार्टी ने कृपाशंकर  सिंह को मैदान में उतारा. इसे देखते हुए BSP ने धनंजय सिंह की अनुपस्थिति का फायदा उठाते हुए उनकी पत्नी को टिकट दे दिया. वहीं धनंजय सिंह के जेल से बाहर आने के बाद टिकट वापस ले लिया. इस बीच अब सवाल उठ रहा है कि क्या श्रीकला चुनावी खोज जारी रखेंगी.

 चुनावी घमासान के बीच समाजवादी पार्टी द्वारा एक मजबूत ओबीसी नेता बाबू सिंह कुशवाह को मैदान में उतारने का सोचा-समझा कदम मुकाबले में जटिलता की एक और परत जोड़ देता है. बसपा के बैनर तले श्याम सिंह यादव के पुनरुत्थान के साथ, जौनपुर में चुनावी समीकरण एक और बदलाव से गुजर रहा है, जो वर्चस्व के लिए एक दिलचस्प लड़ाई का वादा करता है.

 जौनपुर में छठे चरण में चुनाव होना है जो 25 मई को होगा. आज नामांकन का अंतिम दिन है. श्रीकला का टिकट वापस होने के बाद बताया जा रहा है कि आज ही सांसद श्याम सिंह यादव नामांकन करेंगे. श्याम जौनपुर से बसपा सांसद है. बसपा ने 16 अप्रैल को श्रीकला रेड्डी को जौनपुर से टिकट काटा था.

 जौनपुर लोकसभा सीट से भाजपा ने महाराष्ट्र की राजनीति में लंबी पारी खेल चुके कृपाशंकर सिंह को मैदान में उतारा है जबकि समाजवादी पार्टी ने बाबू सिंह कुशवाहा पर दांव लगाया है. बसपा ने धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला सिंह को टिकट दिया था जिन्होंने हाल ही में नामांकन किया था.

 जौनपुर चुनावी मुकाबले के लिए तैयार हो रहा है. मायावती की रणनीतिक गणना और राजनीतिक गठबंधनों की जटिल बातचीत ने चुनावी छाया डाल दी है. सभी मोड़ और मोड़ के साथ उम्मीदवारों के भाग्य उधर में लटक जाता है.

 वही जौनपुर में भाजपा के फायदे को लेकर बात करें तो बीएसपी का टिकट काटने के बाद कृपाशंकर को अपनी जाति के वोट मिलने की संभावना बढ़ गई है. धनंजय की पत्नी के चुनाव मैदान में आने के बाद ठाकुरों का वोट बड़े पैमाने पर बंट रहा था. 

First Updated : Monday, 06 May 2024