फिटनेस की चाहत में करते हैं हैवी वर्कआउट तो हो जाएं सावधान, ये घातक बीमारी ले सकती है जान

बीते दिनों में ऐसी कई सारी घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें जिम में वर्कआउट करने के दौरान लोगों को हार्ट अटैक आया और फिर इसके चलते उनकी मौत हो गई। ऐसे में सवाल उठने लगा कि क्या वर्कआउट करना सेहत के लिए नुकसानदेह साबित हो रहा है बता दें एक ताजा हेल्थ रिसर्च ने इस सवाल का काफी हद तक जवाब दे दिया है। दरअसल, इस रिसर्च में ये बात तथ्य के रूप में सामने आई है कि हैवी वर्कआउट से दिल की सेहत पर विपरित असर पड़ता है। चलिए आपको इस रिसर्च के बारे में विस्तार से बताते हैं।

calender

बीते दिनों में ऐसी कई सारी घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें जिम में वर्कआउट करने के दौरान लोगों को हार्ट अटैक आया और फिर इसके चलते उनकी मौत हो गई। ऐसे में सवाल उठने लगा कि क्या वर्कआउट करना सेहत के लिए नुकसानदेह साबित हो रहा है?बता दें एक ताजा हेल्थ रिसर्च ने इस सवाल का काफी हद तक जवाब दे दिया है। दरअसल, इस रिसर्च में ये बात तथ्य के रूप में सामने आई है कि हैवी वर्कआउट से दिल की सेहत पर विपरित असर पड़ता है। चलिए आपको इस रिसर्च के बारे में विस्तार से बताते हैं।

बता दें कि इस रिसर्च में प्रौढ अवस्था वाले पुरुष एथलीटों को शामिल किया गया और उनके वर्कआउट के समय और तरीके पर शोध किया गया। इस रिसर्च में पाया गया कि जो लोग तेज गति से वर्कआउट करते हैं, उनमें कोरोनरी एथेरोस्क्लेरोसिस बीमारी का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है। असल में तेज गति से एक्सरसाइज करते वक्त बॉडी में उच्च कैटेकोलामाइन का उत्पादन बढ़ता है, जिससे व्यक्ति की हृदय गति और रक्तचाप में अचानक भारी वृद्धी आती है और वहीं तेज हृदय गति एथेरोस्क्लेरोसिस के खतरे को बढ़ाता है। असल में कैटेकोलामाइन एक तरह का न्यूरोहार्मोन है जिसके चलतेदिल की धड़कन तेज हो जाती है और सीने में दर्द उठता है। यही वजह है कि आजकल लोगों में एक्सरसाइज के दौरान हृदय आघात जैसी घटनाएं सामने आ रही हैं।

ऐसे में अब हेल्थ एक्सपर्ट भी जिम में हाई इंटेंसिटी वाले वर्कआउट से बचने की सलाह दे रहे हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानना है कि दिल की बीमारियों से बचने के लिए लोगों को वर्कआउट के दौरान पूरा संयम और संतुलन बरतना होगा। लोगों को इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि अपनी शरीर की क्षमता के अनुसार ही एक्सरसाइज करें, ताकी दिल और शरीर के दूसरे अंगों पर इसका अतिरिक्त दबाव न पड़े।

First Updated : Wednesday, 01 February 2023