हैदराबाद: इस साल समाप्त हुए किसान आंदोलन में बहुत से किसानों ने अपनी जान गंवाई थी। जिसमें सबसे ज्यादा किसान पंजाब और हरियाणा के थे। 22 मई 2022 को पंजाब और हरियाणा के 709 किसान परिवारों को तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने चेक वितरित किए थे। चेक को लेकर कुछ मीडिया संस्थान चेक की समय सीमा समाप्त होने की बात को न बताकर झूठी और भ्रामक खबरें फैला रहे है।
जिसके बाद तेलंगाना सरकार ने इस पर तुरंत प्रतिक्रिया दी और मामले की जांच की। इसमें पाया गया कि कुल 1010 चेक में से 814 चेक भुनाए जा चुके हैं। बैंक के नियमों के अनुसार, उन चेकों को उन बैंकों में तीन महीने के निर्दिष्ट समय के भीतर जमा करना होता है। ऐसा करने में विफल रहने के कारण, यह स्थापित किया गया कि शेष चेकों को नकद देने से रोक दिया गया था। यह समय पर चेक जमा न करने के कारण हुई तकनीकी गलती है।
इस संबंध में तेलंगाना सरकार के मुख्य सचिव सोमेश कुमार ने बताया कि, "संबंधित बैंकों को कुछ और समय देने और शेष चेकों को अनुमति (पुनर्वैधीकरण) देने के लिए निर्देश जारी किया गया है जो समाप्ति तिथि के बाद जमा किए गए चेक को वैध कर इसे भुनाने की अवधि बढा देगा। यानि शेष चेक भी वैध होगा और इसके द्वारा राशि प्राप्त किया जा सकेगा।" इस मामले में सहायता के लिए सरकार के संयुक्त सचिव (राजस्व विभाग) रामसिंग से मोबाइल नंबर 9581992577 पर संपर्क किया जा सकता है।
इसको लेकर उन्होंने कहा कि, "एक बार फिर राज्य सरकार साफ कर रही है कि तेलंगाना सरकार शहीद किसानों के परिवारों के साथ खड़ी है। हम एक बार फिर स्पष्ट करते हैं कि जब तक सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली वित्तीय सहायता प्राप्त नहीं हो जाती तब तक तेलंगाना सरकार उनको पूरा सहयोग देगी।"
First Updated : Thursday, 01 December 2022