कर्नाटक में कांग्रेस पर जमकर बरसे अमित शाह, बोले- मुसलमानों को दिया गया आरक्षण संविधान के अनुसार नहीं

कर्नाटक में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले है। जिसे देखते हुए भाजना अपनी पुरी ताकत लगा दी है। आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित ने कर्नाटक में फिर से एक बार कांग्रेस पार्टी कि खिचाई की है इस दौरान उन्होंने कहा कि मुसलमानों को दिया गया आरक्षण संविधान के अनुसार नहीं

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कर्नाटक में अगामी चुनाव को देखते हुए भाजपा पार्टी लगातार कर्नाटक का दौरा कर रही है। आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कर्नाटक के दौरे पर है। इस दौरान आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 'गोरता शहीद स्मारक' और सरदार वल्लभभाई पटेल स्मारक के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल हुए।इस गोरता गांव में महज ढाई फुट ऊंचे तिरंगे को फहराने के लिए क्रूर निजाम की सेना ने सैकड़ों लोगों को मौत के घाट उतार दिया था. आज मैं गर्व से कहता हूं कि उसी धरती पर हमने 103 फीट ऊंचा तिरंगा फहराया है, जो किसी से छिपा नहीं है केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कर्नाटक के बीदर में संबोधित किया है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कर्नाटक के गोरता में एक स्मारक का उद्घाटन कर बोले कि "कल ही भाजपा सरकार ने आरक्षण में बदलाव करने का फैसला लिया। कांग्रेस पार्टी ने वोट बैंक को खुश करने के लिए 4% अल्पसंख्यकों को आरक्षण दिया था, उसको हटा कर हमने 2% वोगललिग्गा और 2% वीरशैव और लिंगायत को आरक्षण देने का काम किया है। अल्पसंख्यकों को आरक्षण देना संविधान के अनुसार नहीं था, संविधान में धर्म के आधार पर आरक्षण देने का कोई प्रावधान नहीं है।"

 

अमित शाह ने कहा कि " अल्पसंख्यकों को दिया गया आरक्षण संविधान के अनुसार नहीं था। धर्म के आधार पर आरक्षण देने का संविधान में कोई प्रावधान नहीं है। कांग्रेस सरकार ने अपनी ध्रुवीकरण की राजनीति के चलते अल्पसंख्यकों को आरक्षण दिया। बीजेपी ने उस आरक्षण को खत्म कर दिया और वोक्कालिगा और लिंगायत समुदायों को आरक्षण प्रदान किया।"

अमित शाह ने कहा कि "उसी भूमि पर उन अमर शहीदों का स्मारक बनाया गया है। सरदार पटेल की यह 20 फुट ऊंची प्रतिमा हैदराबाद से निजाम को बाहर निकालने में हमारे पहले गृह मंत्री द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका का प्रतीक है। इसलिए यह क्षेत्र, यह बीदर भारत का हिस्सा बन सका। कांग्रेस की ध्रुवीकरण की राजनीति के कारण, वोट बैंक के लालच में, उन्होंने स्वतंत्रता और 'हैदराबाद मुक्ति' के लिए खुद को बलिदान करने वाले लोगों को कभी याद नहीं किया। अगर सरदार पटेल न होते तो हैदराबाद को कभी आजादी नहीं मिलती। बीदर को भी आजादी नहीं मिली होती।"

First Updated : Sunday, 26 March 2023