बार-बार हो रही हिंसा के कारण पश्चिम बंगाल सरकार पर उठ रहे सवाल

पश्चिम बंगाल में बार-बार हो रही हिंसा के कारण ममता बनर्जी सरकार पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी और केंद्र सरकार न सिर्फ संवेदनशील है, बल्कि वह तृणमूल कांग्रेस की सरकार को भेजने के लिए पूरी तरह तैयार हो गई है।

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आशुतोष मिश्र

पश्चिम बंगाल में बार-बार हो रही हिंसा के कारण ममता बनर्जी सरकार पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी और केंद्र सरकार न सिर्फ संवेदनशील है, बल्कि वह तृणमूल कांग्रेस की सरकार को भेजने के लिए पूरी तरह तैयार हो गई है। पिछले दो-तीन दिनों में बीते घटनाक्रम से यह पता लगता है कि पश्चिम बंगाल में हालात ठीक नहीं हैं। दो धर्मों के बीच मनमुटाव के बीच वहां काफी आगजनी हुई और सरकारी संपत्ति को नुकसान भी पहुंचाया गया। इन घटनाओं में विशेष बात यह रही एक विशेष समुदाय के लोगों ने पत्थर फेंक कर सुरक्षा बलों के मनोबल को कमजोर करने का काम किया। पत्थरबाजी की इस घटना में एक विशेषता यह रही कि यह 3 वर्ष पूर्व कश्मीर में हो रही पत्थरबाजों की घटनाओं से बिल्कुल मेल खाती दिखी। 

ऐसे में पश्चिम बंगाल सरकार की अगुवाई करने वाली ममता बनर्जी पर सवाल उठना लाजिमी है। रामनवमी पर निकले जुलूस के बाद ही भड़की हिंसा से हुगली जिले का माहौल काफी खराब हो गया है। दो संप्रदायों के बीच माहौल इतना गरम है कि वहां एक दूसरे पर पत्थरबाजी के अलावा संपत्तियों को नुकसान भी पहुंचाया जा रहा है। वहां के हालात पर इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस सांप्रदायिक हिंसा को रोकने के लिए माननीय राज्यपाल महोदय को खुद मैदान में उतरना पड़ा। वहां के हालात का जायजा लेते हुए उन्होंने गृह मंत्रालय को एक पत्र भी लिखा है। इस पत्र में पश्चिम बंगाल के हालात की चर्चा विस्तृत रूप से की गई है। देश के गृह मंत्री अमित शाह ने इस पत्र का संज्ञान ले लिया है। 

मंगलवार को दिन भर इस पत्र को लेकर सियासी गलियारे में राजनीति का माहौल गर्म रहा। पश्चिम बंगाल सरकार और वहां के भविष्य को लेकर तमाम तरह के तर्क राजनीतिक पार्टियों द्वारा दिए जाते रहे। हालांकि इस मामले में किसी ठोस निर्णय पर पहुंच पाना अभी जल्दबाजी होगी लेकिन आने वाले दिनों में पश्चिम बंगाल सरकार को लेकर गृह मंत्रालय कुछ ठोस कदम उठा सकता है। इसमें कोई शंका नहीं है फिलहाल पश्चिम बंगाल में हालात काफी खराब हो चुके हैं। 

पश्चिम बंगाल में भाजपा के वरिष्ठ नेता और विपक्षी दल के नेता शुभेंदु अधिकारी का कहना है कि पश्चिम बंगाल सरकार यहां कानून व्यवस्था का पालन करने में बिल्कुल असफल रही है। ऐसे में केंद्र सरकार हो यहां की सरकार के खिलाफ कोई ठोस निर्णय लेना चाहिए। दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी जानबूझकर इस मुद्दे को तूल दे रही है। इस घटनाक्रम में भाजपा के कार्यकर्ता भी हिंसा करने से बाज नहीं आए। इसका सूट तमाम प्रकार के वीडियो में देखने को मिल रहा है। हालांकि भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है इसके बावजूद केंद्र सरकार और गृह मंत्रालय लगातार पश्चिम बंगाल के घटनाक्रम पर अपनी नजर बनाए रखे हुए है।

First Updated : Thursday, 06 April 2023
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