Godrej Group: भारत में आजादी से पहले की कंपनी गोदरेज फैमिली को लेकर खबर सामने आई है. कंज्यूमर प्रोडक्ट्स से लेकर रियल एस्टेट तक इस परिवार का कारोबार फैला है. 127 साल बाद इस कंपनी में बंटवारे की बात चल रही है. गोदरेज ग्रुप का बिजनेस दो हिस्सों में बट रहा है. शेयर बाजार में लिस्टेड गोदरेज फर्में आदि गोदरेज और उनके भाई नादिर गोदरेज के हिस्से में आई हैं, तो वहीं ग्रुप की नॉन-लिस्टेड कंपनियां चचेरे भाई जमशेद और उनकी बहन स्मिता को मिला है. आपको बता दें, ग्रुप की टोटल वैल्यू करीब 2.34 लाख करोड़ रुपये है.
गोदरेज के कारोबार को बांटे जाने का ऐलान किया गया है. गोदरेज ग्रुप की पांच कंपनियां शेयर बाजार में लिस्टेड हैं और इनमें गोदरेज इंडस्ट्रीज, गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, गोदरेज प्रोपर्टीज, गोदरेज एग्रोवेट और एस्टेक ला इफ साइंसेज शामिल हैं. इनकी जिम्मेदारी 82 साल के आदि गोदरेज और उनके 73 साल के भाई नादिर गोदरेज को मिली है.
गोदरेज ग्रुप के चेयरमैन Adi Godrej हैं. गोदरेज इंडस्ट्रीज और गोदरेज एग्रोवेट के अध्यक्ष उनके भाई नादिर हैं. उनके चचेरे भाई जमशेद गैर-सूचीबद्ध गोदरेज एंड बॉयस मैन्युफैक्चरिंग कंपनी के अध्यक्ष हैं, वहीं बहन स्मिता कृष्णा और ऋषद गोदरेज की भी गोदरेज एंड बॉयस में हिस्सेदारी है, इनकेल पास विक्रोली की संपत्ती है. आदि और नादिर गोदरेज के चचेरे भाई- बहन जमशेद और स्मिता को गैरसूचीबद्ध कंपनी गोदरेज एंड बॉयस हिस्से में मिला है. इसके अलावा मुंबई में गोदरेज ग्रुप की बड़ी प्रोपर्टी भी मिलेगी. मुंबई में लैंड बैंक 3400 एकड़ का है.
नादिर गोदरेज ने बंटवारे को लेकर कहा कि गोदरेज कंपनी की शुरुआत 1897 में भारत के लिए आर्थिक स्वतंत्रता के निर्माण के लिए कि गई थी. कारोबार पर फोकस करने के साथ-साथ इस विरासत को आगे बढ़ाने के लिए तत्पर है. कंपनी के बंटवारे को लेकर चचेरे भाई जमशेद गोदरेज का कहना है कि गोदरेज एंड बॉयस हमेशा राष्ट्र निर्माण को मजबूत करने के उद्देशय के लिए प्रेरित रहा है. पारिवारिक समझौते के साथ हम इसकी ग्रोथ को आगे बढ़ाने का काम करते रहेगें.
First Updated : Wednesday, 01 May 2024