Jharkhand Politics: झारखंड को नया मुख्यमंत्री मिल गया है. चंपई सोरेन (Champai Soren) ने शुक्रवार (2 फरवरी) को सीएम पद की शपथ ली. उनके साथ कांग्रेस नेता आलमगीर आलम और आरजेडी के सत्यानंद भोक्ता ने मंत्री पद की शपथ ली है. इसके बाद JMM-कांग्रेस के विधायक हैदराबाद के लिए रवाना हो गए हैं.
जानकारी के अनुसार, चंपई सोरेन को 5 फरवरी को बहुमत साबित करना है. माना जा रहा है कि उसी दिन ये विधायक हैदराबाद से रांची आएंगे और विधानसभा में फ्लोर टेस्ट में भाग लेंगे.
किस पार्टी के कितने विधायक ?
आदिवासी नेता चंपई सोरेन झारखंड के 12वें मुख्यमंत्री बन गए हैं. इस राज्य को बिहार से अलग हुए अब तक 23 साल हुए इन दौरान झारखंड में अब तक 11 मुख्यमंत्री देख चुका है. इस राज्य में 81 विधानसभा सीट हैं. गठबंधन के पास 47 विधायक हैं. इनमें से झामुमो के 29, कांग्रेस के 17 और राजद के 1 सदस्य शामिल हैं. वहीं भारतीय जनता पार्टी के 26 और आजसू के 3 विधायक हैं. इसके अलावा दो सदस्य निर्दलीय हैं जबकि एनसीपी और सीपीआई-एमएल के भी 1-1 विधायक हैं.
झामुमो नेता हेमंत सोरेन के वफादार चंपई सोरेन को अगले 10 दिनों के भीतर होने वाले फ्लोर टेस्ट में बहुमत साबित करने का आदेश दिया गया है. चंपई सोरेन ने 43 विधायकों के साथ झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से राजभवन में मुलाकात की थी और राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश किया था.
राज्य के परिवहन मंत्री चंपई सोरेन सात बार विधायक हैं, और वह झारखंड में सरायकेला निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं. झामुमो में शामिल होने से पहले वह निर्दलीय विधायक थे. इससे पहले बुधवार शाम को कथित भूमि घोटाला मामले से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में ईडी द्वारा छह घंटे से अधिक की पूछताछ के बाद झामुमो प्रमुख सोरेन ने राजभवन में राज्यपाल राधाकृष्णन से मुलाकात की और अपना इस्तीफा सौंप दिया. इस बीच सोरेन को कथित भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में छह घंटे की पूछताछ के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने बुधवार रात गिरफ्तार कर लिया था.