Silkyara Tunnel से 41 मजदूरों को बचाने वाले वकील हसन ने नहीं लिया था कोई इनाम, जानिए क्या थी वजह

Silkyara Tunnel: उत्तरकाशी सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को रैट माइनर्स ने स्पेशल अभियान चलाकर सुरक्षित बाहर निकाला था. लेकिन उसके बदले में उन्होंने सरकार ने किसी भी तरह का इनाम लेने से मना कर दिया था.

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Uttarkashi Tunnel Rat Miners : उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सिल्क्यारा सुरंग में 41 मजदूर फंस गए थे. इन सभी श्रमिकों में टर्नल से बाहर निकालने में रैट माइनर्स की अहम भूमिका रही. 12 रैट माइनर में से एक वकील हसन ने दिल्ली विकास प्राधिकरण पर ने बड़ा आरोप लगाया है. हसन ने आरोप लगाया कि DDA ने खजूरी खास में स्थित श्रीराम मंदिर कॉलोनी में बने उसके घर को ध्वस्त कर दिया है. एक वीडियो में रैट माइनर वकील हसन ने अथॉरिटी पर बिना नोटिस के उसका घर गिराने का आरोप लगाया है. सुरंग में मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए बाद भी कोई भी इनाम लेने से मना कर दिया था.

रैट माइनर ने नहीं लिया ईनाम

उत्तराकाशी स्थित सिल्क्यारा सुरंग में श्रमिकों को 17 दिनों की कोशिश के बाद बाहर निकाला गया था. रैट माइनर्स को उनके अमूल्य योगदान के लिए उत्तराखंड सरकार ने इनाम देने का ऐलान किया था. एक रिपोर्ट के अनुसार रैट माइनर्स को कहा था कि उन्होंने टनल में फंसे मजदूरों को बिना किसी शर्त, अपनी जान पर खेलकर बचाने का प्रयास किया था. अब हमारे इस काम के लिए जो इनाम दिया जा रहा है वह काफी नहीं है. इसलिए उन्होंने इनाम लेने के इनकार कर दिया.

रैट माइनर्स की ये थी मांग

रैट माइनर्स ने सिलक्यारा सुरंग से 41 मजदूरों को बाहर निकालने के बाद मांग कर रहे थे. उनकी कहना था कि सरकार उन्हें परमानेंट सरकारी नौकरी दें. इससे पहले धामी सरकार ने चेक दिया था. रैट माइनर्स का नेतृत्व करने वाले वकील हसन ने बताया कि चेक बांटने के वक्त ही उन्होंने सीएम के सामने यह बात रखी थी. उस दौरान उनसे कहा था कि बाद में उनके लिए और भी घोषणाएं की जाएंगी. लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. हसन ने कहा था कि अगर उनकी मांग नहीं मानी जाएगी तो चेक वापस कर दिया जाएगा.

First Updated : Thursday, 29 February 2024