PM Modi In Varanasi: बीते 9 वर्षों में हमने ऐसी योजनाएं बनाई है कि एक पीढ़ी नहीं बल्कि आने वाले पीढ़ियों का भविष्य उजज्वल होगा: PM मोदी

PM Modi In Varanasi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा, बीते 9 वर्षों में काशी की कनेक्टिविटी को भी बेहतर करने के लिए अभूतपूर्व काम हुआ है. यहां जो विकास कार्य हो रहे हैं, वो रोजगार के अनेकों नए अवसर भी बना रहे हैं.

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PM Modi In Varanasi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में मणिकर्णिका घाट और अन्य घाट के मॉडल का अवलोकन किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी में कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी करेंगे. इस मौके पर राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे. PM मोदी ने वाराणसी में 12,110 करोड़ की 29 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास रिमोट का बटन दबाकर किया. PM मोदी ने वाराणसी में कार्यक्रम के दौरान PM स्वनिधि योजना के तहत तृतिय ऋण प्राप्त वेंडरों को प्रमाण पत्र दिए, 

वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर हर महादेव का नारे लगाते हुए संबोधित किए, इस दौरान पीएम मोदी ने कहा,सावन के महीने की शुरूआत हो, बाबा विश्वनाथ और मां गंगा का आशीर्वाद हो और बनारस के लोगों का साथ हो, फिर तो जीवन बिल्कुल धन्य हो जाता है. अब जे भी बनारस आई, त खुश हो के ही जाई...आज पूरी दुनिया में आपकी और काशी की वाहवाही हो रही है. मुझे पता है कि काशी के लोग सब संभाल लेंगे. आप लोगों ने काशी विश्वनाथ धाम और पूरे परिसर को भी इतना भव्य बना दिया है कि जो यहां आ रहा है, वो गदगद होकर जा रहा है. यह बाबा की कृपा है.

पीएम मोदी ने कहा "पहले की सरकारों से लोगों की शिकायत थी कि वे योजनाएं AC कमरों में बैठकर बनाती थी, ज़मीन पर उन योजनाओं का क्या असर हो रहा है तब की सरकारों को पता नहीं चलता था. भाजपा ने लाभार्थियों से बात, संवाद किया, एक नई परंपरा शुरू की. अब तक जिन्होंने भ्रष्ट और नाकाम सरकारें चलाई, वे लाभार्थियों का नाम सुनकर तिलमिला जाते हैं. आज़ादी के इतने साल बाद लोकतंत्र का सही लाभ, सही मायनों में, सही लोगों तक पहुंच रहा है. पहले लोकतंत्र के बहाने गिने चुने लोगों के हित साधे जाते थे. भजापा सरकार में लाभार्थी वर्ग आज सच्चे सामाजिक न्याय और सच्चे सेक्युलरिज्म का उदाहरण बन गया है. "

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "पिछले 9 वर्षों में हमने सिर्फ एक परिवार और एक पीढ़ी के लिए योजनाएं नहीं बनाई, बल्कि आने वाली पीढ़ियों का भविष्य भी सुधर जाए, इसको ध्यान में रखकर काम किया है. 50 साल पहले राजधानी एक्सप्रेस की शुरुआत हुई थी लेकिन इतने सालों में यह राजधानी एक्सप्रेस सिर्फ 16 रूट पर चल पाई है. इसी तरह 30-35 साल पहले शताब्दी एक्सप्रेस इतने सालों बाद भी 19 रूटों पर सेवा दे रही है. इन ट्रेन से अलग वंदे भारत 4 सालों में 25 रूट पर चलनी शुरू हो गई है. "

First Updated : Friday, 07 July 2023