Nitish Kumar: बिहार को इसी तस्वीर का इंतजार था, PM मोदी और नीतीश के मुलाकात पर बोले शहनवाज हुसैन

Nitish Meets PM Modi: पिछले महीने जद (यू) प्रमुख द्वारा विपक्षी इंडिया गठबंधन को छोड़कर भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल होने के बाद नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पहली बार मुलाकात की. राजनीतिक गलियारों में इस मुलाकात को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं.

calender

Shahnawaz Hussain On PM Modi And Nitish Kumar Meeting: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हालिया राजनीतिक उलटफेर के बाद बुधवार, (7 फरवरी) को पहली बार दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. जनता दल (यूनाइटेड) प्रमुख ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात. सूत्रों के मुताबिक, ऐसा माना जा रहा है कि उन्होंने 12 फरवरी को होने वाले विश्वास मत से पहले बिहार से संबंधित कई मुद्दों पर चर्चा की. पीएम मोदी और नीतीश की मुलाकात को लेकर कई तरह की प्रतिक्रिया सामने आ रही है. इस बीच भाजपा नेता शहनवाज हुसैन ने कहा, "देश को और बिहार को इसी तस्वीर का इंतजार था.

शहनवाज हुसैन ने कहा कि आज नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल से इसी के लिए मिले हैं. साफ दिख रहा था कि दोनों मिले तो डबल इंजन हो गया. बिहार में सिंगल इंजन था अब वंदे भारत के स्पीड वाला इंजन मिल गया है.

महागठबंधन और एनडीए को लेकर नीतीश ने क्या कहा?

इस मुलाकात के बाद दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और भाजपा अध्यक्ष से मिला और हमारी अच्छी बातचीत हुई. हम 1995 से एक साथ हैं जब दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी थे. भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और लालू प्रसाद की राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और कांग्रेस महागठबंधन में शामिल होने और छोड़ने का जिक्र करते हुए नीतीश ने कहा कि बीच में दो बार इधर उधर जरूर हो गए. लेकिन अब कभी नहीं. फिर वहीं रहेंगे, अब इधर उधर नहीं होंगे.

भाजपा और जदयू के सामने कई चुनौती 

बता दें कि नीतीश कुमार ने पिछले महीने के अंत में महागठबंधन से अपना नाता तोड़ लिया और 2024 के महत्वपूर्ण लोकसभा चुनावों से पहले एनडीए में लौट आए. भाजपा और जदयू को लोकसभा चुनाव से पहले कई पेचीदा राजनीतिक मुद्दों से निपटना होगा, जिसमें उनके और उनके छोटे सहयोगियों के बीच चुनाव लड़ने के लिए संसदीय सीटों का वितरण भी शामिल है.

इसके अलावा बिहार में अभी कैबिनेट विस्तार भी होना बाकी है. 37 मंत्रियों की स्वीकृत के मुकाबले नीतीश कैबिनेट में वर्तमान में सीएम सहित केवल नौ सदस्य हैं.

First Updated : Wednesday, 07 February 2024