Uyghur Muslim: चीन के शिनजियांग प्रांत में रहने वाले मुसलमानों के खिलाफ एक बड़ा प्लान तैयार किया गया है. इस प्लान के तहत इस्लाम मानने वालों का चीनीकरण किया जाएगा. गुरुवार को शिनजियांग की कम्युनिस्ट पार्टी के अधिकारी ने कहा कि उत्तर-पश्चिम चीन के बहुल क्षेत्र में इस्लाम का चीनीकरण जरूरी है. चीनी सरकार को शक है कि शिनजियांग प्रांत के मुसलमान देश के प्रति वफादार नहीं है.
बीजिंग में चीन के वार्षिक संसदीय सत्र के मौके पर क्षेत्रीय पार्टी प्रमुख मा जिंगरुई ने एक लिखित ब्रीफिंग में संवाददाताओं से कहा कि हर कोई जानता है कि शिनजियांग में मुस्लिम का चीनीकरण करना बेहद जरूरी है. यह एक अपरिहार्य प्रवृत्ति है. बता दें कि कई मानवाधिकार समूहों ने बीजिंग पर उइगरों के व्यापक दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है, जो मुख्य रूप से मुस्लिम जातीय अल्पसंख्यक हैं. शिनजियांग में लगभग 1 करोड़ जनसंख्या मुस्लिम जाती की है.
इस्लाम के चीनीकरण करने से मतलब यह है कि चीन की संस्कृति में गैर चीनी समाजों और समूहों को शामिल करने की प्रक्रिया है. दरअसल, चीन को लगता है कि शिनजियांग के मुसलमान देश के प्रति वफादार नहीं है. यही वजह है कि चीन लगातार उनकी वफादारी पर शक करता आ रहा है. जिसकी वजह से चीन ने शिनजियांग के सैकड़ों मस्जिद को तोड़ दिया. इतना ही नहीं मुसलमानों को कैद करने और उनका शोषण करने के लिए चीन ने कई बड़े कैंप भी बनाए हैं.
उइगरों के खिलाफ कार्रवाई करता है चीन
चीन पर फइगर मुस्लिमों को प्रताड़ित करने और उनकी प्रताड़ना के आरोप कई सालों से लग रहे हैं. मानवाधिकार समूहों का आरोप है कि चीन ने बीते कुछ सालों मं 10 लाख से ज्यादा उइगर मुस्लिमों को जबरन डिटेन किया है. रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने शिनजियांग में उइगर मुस्लिमों की इबादत पर रोक भी लगा रखा है साथ ही वह उनकी पूजा स्थल को भी नष्ट करता आ रहा है.
आपको बता दें कि, उइगर मध्य एशियाई क्षेत्र के अल्पसंख्याक मुस्लिम हैं जिसकी सबसे बड़ी आबादी चीन के शिनजियांग क्षेत्र में रहती है. शिनजियांग में करीब 1.2 करोड़ उइगर मुस्लिम रहते हैं जो तुर्की से मिलती जुलती भाषा बोलते हैं. इसके अलावा चीन में और भी कई प्रताड़ित मुस्लिम है जिसमें कजाख, उज्बेक, ताजिक और किर्गिस शामिल हैं.
First Updated : Friday, 08 March 2024