एम्स का सर्वर हैक होना देश की साइबर सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करता हैंः कांग्रेस

कांग्रेस ने मंगलवार को एम्स के सर्वर की हैकिंग को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इससे देश में साइबर सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े होते हैं। एआईसीसी महासचिव, के सी वेणुगोपाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक नई साइबर सुरक्षा नीति के वादे के बारे में पूछा, जिसकी घोषणा उन्होंने दो साल पहले की थी।

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रिपोर्ट। मुस्कान

नई दिल्ली। कांग्रेस ने मंगलवार को एम्स के सर्वर की हैकिंग को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इससे देश में साइबर सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े होते हैं। एआईसीसी महासचिव, के सी वेणुगोपाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक नई साइबर सुरक्षा नीति के वादे के बारे में पूछा, जिसकी घोषणा उन्होंने दो साल पहले की थी।

उन्होंने कहा कि एम्स का सर्वर हैक हुए एक सप्ताह हो गया है। यह देश की साइबर सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़ा करता है। 2020 में पीएम मोदी ने ऐलान किया था कि देश में जल्द ही नई साइबर सुरक्षा नीति आएगी। वेणुगोपाल ने ट्विटर पर कहा, दो साल हो गए हैं और हम अभी भी इंतजार कर रहे हैं।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दिल्ली में लगातार सातवें दिन सेवाएं प्रभावित रही। आशंका जताई जा रही है कि 23 नवंबर को पता चले उल्लंघन के कारण लगभग 3.4 करोड़ मरीजों के डेटा से समझौता किया जा सकता था।

सूत्रों ने कहा कि आपात स्थिति में रोगी देखभाल सेवाएं, आउट पेशेंट, इन पेशेंट और प्रयोगशाला विंग को मैन्युअल रूप से प्रबंधित किया जा रहा है, क्योंकि सर्वर डाउन रहता है। हालांकि, दिल्ली पुलिस ने एक बयान जारी कर कहा कि मीडिया के कुछ वर्गों द्वारा उद्धृत की जा रही कोई फिरौती की मांग एम्स अधिकारियों द्वारा ध्यान में नहीं लाई गई है।

First Updated : Tuesday, 29 November 2022