कासगंज: 51 हजार का फायदा उठाने के लिए, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह दुल्हा बने 2 बच्चों के मम्मी पापा

उत्तर प्रदेश गरीब परिवार की बेटियों की शादी के लिए मुख्यमंत्री सामूहिक योजना शुरू की है। इस योजना के तहत शादी योग्य- लड़कियों 51 हजार रूपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। हालांकि इसके लिए शादी से पहले रजिस्टेशन कराना पड़ता है। पहले आर्थिक सहायता राशि 35 हजार थी अब इसे बढ़ाकर 51 हजार रूपए कर दिया गया है

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उत्तर प्रदेश गरीब परिवार की बेटियों की शादी के लिए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना शुरू की है। इस योजना के तहत शादी योग्य- लड़कियों 51 हजार रूपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। हालांकि इसके लिए शादी से पहले रजिस्टेशन कराना पड़ता है। पहले आर्थिक सहायता राशि 35 हजार थी अब इसे बढ़ाकर 51 हजार रूपए कर दिया गया है। इस योजना का उद्देश्य है कि गरीब परिवार की बेटियो का शादी कराना है और साथ ही इस योजना का लाभ वो लोग भी ले सकते है जो गरीब महिलाएं विधवा हो गई है और उन्हे दूसरी शादी करनी है। लेकिन यूपी के कासंगज से मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह मजाक बनकर सामने आया जिसमें 2 बच्चों के मम्मी पापा ने इस योजना का लाभ उठाने के लिए सजिश रची थी।

दरअसल आपको बता दें कि कासगंज जनपद में आज विशाल मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह का आयोजन हुआ। जिसमें 93 जोड़े हिंदू और एक मुस्लिम जोड़ा शामिल था।इस सामूहिक विवाह में योजना का फायदा उठाने के लिए तीन जोडे बच्चों के मंमी पापा  होते हुए भी दुबारा दूल्हा दूल्हन बनकर मंडप पर बैठ गये। इस मामले को लेकर सीडीओ सचिन कुमार ने मामला संज्ञान में आने के बाद जांच पड़ताल कराने की बात कहीं है‌।

दुल्हन की तरह सजा ये कासगंज का सिद्ध विनायक गेस्ट हाउस है। इस गेस्ट हाउस में आज मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह का आयोजन चल रहा था। डीएम हर्षिता माथुर और एसपी सौरभ दीक्षित, ब्लाक प्रमुख यशवीर सिंह ने सामूहिक रूप से मां सरस्वती की पूजा अर्चना कर विवाह का शुभारंभ किया, बाद में 93 हिन्दू जोडों का गायत्री मंत्रोच्चारण द्वारा विवाह करा कर सात फेरे लिये गये, जबकि एक मुस्लिम जोडे का मौलाना द्वारा निकाह पढ़ा गया। इस दौरान पूरा बारात का पंडाल  वर और वधू पक्ष से खचाखच भरा हुआ था, वर वधू को डीएम, एसपी द्वारा पुष्प वर्षा कर आशीर्वाद दिया गया, वहीं जोडों को 31 हजार रूपये खाते में 20 हजार रूपये का दहेज रूपी सामान भी दिया गया।

मगर सबसे बड़ा सवाल तो यह कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में योजना का फायदा उठाने के लिए  तीन जोडे ऐसे शामिल हुए थे जिनकी  शादी हुए चार और दो वर्ष हो चुके हैं, इन पर बच्चे भी हैं, जिनके नाम रिंकी और कुनाल उर्फ डैनी बताये जा रहे हैं,जोकि सिटी मोहल्ला के रहने वाले हैं। इस मामले को लेकर सीडीओ सचिन कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 94 जोडों को विवाह किया गया है, जिन्हें 20 हजार रूपये का सामान और 31 हज़ार रूपए खाते में दिये जा रहे हैं। वहीं उन्होंने बच्चों के पिता के मामले को लेकर कहाकि ऐसा मामला अभी तक सामने नहीं आया है, अगर आता है, तो इसकी जांच पड़ताल की जायेगी।

First Updated : Monday, 20 February 2023
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