अपने भाषणों से सबको हंसाने वाले, मुख्यमंत्री से जेल जाने तक का सफर जानिए

अपने भाषणों से सबको हंसाने वाले, मुख्यमंत्री से जेल जाने तक का सफर जानिए

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हम बात कर रहे हैं यहां  में नंबर एक पर रहने वाले राज्यों में गिने जाने वालों में से एक शख्स की जो अपने भाषण के लिए जाने जाते हैं। वह हैं बिहार के मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की। वह भारतीय खिलाड़यों में एक चुने हुए खिलाडी हैं। लालू प्रसाद यादव के बारे में कुछ रोचक तथ्यों से आज हम आपको रूबरू कराते हैं। 

 

लालू प्रसाद यादव एक गरीब परिवार में पैदा हुए। वह बचपन से भैंस चराने और दुग्ध निकलने में मशहूर थे। उनकी प्रारंभिक शिक्षा के बाद उन्होंने पटना में एडमिशन लिया। सन 1970 में पटना यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स यूनियन के महसचिव के रूप में छात्र राजनीति में में एंट्री हुई। यह छात्र संघ के अध्यक्ष बने, धीरे-धीरे छोटे चुनाव जीतते चले गए। अब उनके जीवन का सबसे बड़ा पल सन 1974 में जे.पी. आंदोलन से शुरू हुआ। जब उनका नाम फर्श से अर्श तक पहुंच गया। इसके बाद शुरू हुआ  उनके जीवन का राजनीतिक पल। इसी वर्ष वह जनता पार्टी से लोकसभा चुनाव और जीते जिसके बाद 29 साल की उम्र में पहली बार संसद भवन पहुँच गए। 

 

पांच साल बाद जनता पार्टी की सरकार  गिर गई। लालू प्रसाद यादव को भी हार का सामना पड़ा। उसके बाद 1980 और 1985 में तक उन्होंने विधानसभा में एंट्री ली  बाद उनकी किस्मत का पला ऐसा पलटा जैसे कोयला की खान में हीरा की चमक। जननायक कर्पुरी ठाकुर के मृत्यु के बाद उन्हें 1989 में विपक्ष का नेता चुना गया। फिर एक साल बाद मुख्यमंत्री बने। 1995 में फिर एक बार भारी बहुमत से जीत मिली। 

 

इसके बाद उनकी किस्मत का शनि बदल गया और CBI ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। जिसके बाद वह खुद मुख्यमंत्री न बनकर अपनी पत्नी राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री बना दिया। प्रत्यक्ष न सही अप्रत्यक्ष रूप से मुख्यमंत्री पद की भूमिका निभाने लगे। 

First Updated : Thursday, 03 March 2022