Mobile Games : देश में बच्चों को लग रही मोबाइल गेम की लत, माता-पिता इन बातों का रखें ध्यान

Mobile Games : मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मोबाइल गेमर के मामले में भारत दूसरे देशों की तुलना में बहुत आगे बढ़ रहा है। मोबाइल फोन पर घंटों गेम खेलने से बच्चों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है।

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Mobile Games : भारत में बड़ों से लेकर बच्चों तक को ऑनलाइन गेम खेलते देखा जा सकता है। मोबाइल गेम्स का मार्केट लगातार विस्तार कर रहा है। कोविड के दौरान स्कूल-कॉलेज बंद होने की वजह ले बच्चे घर में ही थे और मनोरंजन के लिए स्मार्टफोन पर गेम खेलते थे। मोबाइल में गेम खेलना आज बच्चों की एक लत बन गई है। जिसके कारण बच्चों पर इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है। बच्चों में मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्या देखने को मिल रहा है। जिससे माता-पिता भी परेशान हो सकते हैं।

बच्चों पर पड़ा रहा प्रभाव

मोबाइल फोन पर घंटों गेम खेलने से बच्चों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है। बच्चों में चिड़चिड़पन और गुस्सा देखने को मिलता है। जोकि उनके लिए बिल्कुल में अच्छा नहीं है। साथ ही बच्चों के व्यवहार में इस परिवर्तन से माता-पिता भी प्रभावित होते हैं।

माता-पिता ऐसे रखें बच्चों का ख्याल

अगर आपके घर में बच्चों अधिकतर समय मोबाइल फोन में गेम खेलने में बिताते हैं तो आपको उन्हें प्यार से समझाना चाहिए। उन्हें बच्चों के साथ फ्रेंडली होना चाहिए ताकि बच्चे सभी बातों को उनके साथ शेयर करें। माता-पिता को बच्चों के साथ हेल्दी बातचीत करनी चाहिए। उन्हें समझाना चाहिए कि इस तरह के गेम खेलने के फायदे और नुकसान क्या हैं। साथ ही बच्चों को गेम खेलने से सीधा मना नहीं करना चाहिए, ऐसा करने पर वो गुस्सा हो जाएंगे। इसके बजाय उन्हें प्यार से समझाना चाहिए।

भारत में सबसे ज्यादा गेमर

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मोबाइल गेमर के मामले में भारत दूसरे देशों की तुलना में बहुत आगे बढ़ रहा है। यह बहुत बड़ा गेमिंग बाजार बन गया है और दुनिया का हर 5वां गेमर भारत में रहता है। खबरों के अनुसार 2027 के अंत तक देश में मोबाइल गेमिंग का बाजार 8.6 अरब डॉलर पहुंच सकता है।

First Updated : Sunday, 18 June 2023