Amazing Habur Stone: जब भी हम घर पर दूध से दही जमाते हैं तो इसको बनने में काफी लंबा समय लगता है. जैसे पहले दूध को गर्म करना फिर उसका हल्का ठंडा होने तक इंतज़ार करना और फिर इसके बाद उसमें जामन यानी मठ्ठा डालकर 4 से 5 घंटे या पूरी रात तक के लिए छोड़ देना. फिर इसके बाद तैयार होती है दही.
लेकिन ऐसा हो अगर हम आपसे यह कहें कि आपको यह झंझट पालने की जरूरत नहीं है, आप सिर्फ एक पत्थर दूध में डालकर दही जमा सकते हैं. जी हां! सही समझ रहे हैं आप यह कोई मज़ाक नहीं है. दरअसल, राजस्थान के जैसलमेर में पाया जाने वाला एक पत्थर ऐसा है भी जो चमत्कारी है. इस पत्थर को हाबूर पत्थर कहा जाता है.
इस हाबूर पत्थर को दूध में डालते ही दही जमने लगती है, यानी दूध, दही के रूप में जमने लगती है. इस पत्थर के बारे में काफी रिसर्च किया जा चुका है. यही नहीं इस पत्थर की डिमांड दुनियाभर में काफी बढ़ गयी है.
जानकारी के लिए बता दें कि यह पत्थर राजस्थान के जैसलमेर शहर से करीब 40 किलोमीटर दूर मोजूद एक 'हाबूर' नामक गांव में पाया जाता है. यह पत्थर इतना खूबसूरत है कि पहले तो इसकी खूबसूरती ही निहारते रह जायेंगे. इस पत्थर से कई सामान तैयार किये जाते हैं. स्थानीय ग्रामीण इस पत्थर का इस्तेमाल दही जमाने के लिए करते हैं. इस पत्थर से बर्तन भी बनाये जाते हैं, जिनकी काफी डिमांड होती है.
जैसलमेर के हाबूर गांव की पहाड़ियों से यह पत्थर निकलता है, जो किसी खनिज व जीवाश्मों से भरमार है. आज भी वैज्ञानिक इस पत्थर पर शोध चल रहा है. ऐसा बताया जाता है कि इस हाबूर पत्थर में कई प्रकार के कैमिकल मौजूद हैं जैसे - एमिनो एसिड, रिफ्टाफेन टायरोसिन , फिनायल एलिनिया आदि.
इस पत्थर से बने बर्तन में आप केवल दूध दाल दीजिये, जिसके बाद वह पलक झपकते ही धीरे - धीरे दही में बदलने लग जायेगा. इस चमत्कारी पत्थर से जमी दही आपकी स्किन और सेहत के लिए काफी फायदेमंद होती है. इस पत्थर को स्वर्णगिरि भी कहा जाता है. आपको यह भी बता दें कि आपको हाबूर नामक गांव 'पूनमनगर' नाम से पहचान में आ सकता है.
First Updated : Friday, 04 August 2023