आईएमएफ का अनुमान, इस साल 6.1 प्रतिशत से बढ़ेगी भारतीय इकॉनमी

इंटरनेशनल मॉनेटरी फण्ड (IMF) ने एक बयान जारी किया है जिसमें बताया गया है जिसमें बताया है कि ग्लोबल इकॉनमी में इस साल फिछले साल की तुलना में गिरावट देखने को मिल सकती है।

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इंटरनेशनल मॉनेटरी फण्ड (IMF) ने एक बयान जारी किया है जिसमें बताया गया है जिसमें बताया है कि ग्लोबल इकॉनमी में इस साल फिछले साल की तुलना में गिरावट देखने को मिल सकती है। लेकिन वहीँ वर्ष 2023-24 में देश की ग्रोथ रेट अमेरिका और चीन से ज़्यादा रहने की उम्मीद है।

जनवरी में विभाग द्वारा जारी की गई जानकारी के अनुसार, वैश्विक विकास जो 2022 में 3.4 प्रतिशत अनुमानित है, 2024 में 3.1 प्रतिशत बढ़ने से पहले 2023 में 2.9 प्रतिशत तक गिरने का अनुमान है। अक्टूबर पूर्वानुमान की तुलना में 2022 और 2023 दोनों का अनुमान लगभग 0.2 प्रतिशत अधिक है जो सकारात्मक है और कई अर्थव्यवस्थाओं में अपेक्षित लचीलेपन से अधिक दर्शाता है। दूसरी ओर आईएमएफ (IMF) ने साल 2023 में चीन की विकास दर बढ़ने की उम्मीद जताई है। आईएमएफ (IMF) के मुताबिक साल 2023 में चीन की विकास दर बढ़कर 5.2 फीसदी रहने की उम्मीद है जो कि गतिशीलता में तेजी से सुधार को दर्शाता है। हालांकि, 2024 में एक बार फिर 4.5 प्रतिशत तक गिरने का अनुमान है। वहीं इससे पहले साल 2022 की चौथी तिमाही में चीन की वास्तविक जीडीपी (GDP) को झटका लगा था जब यह गिरकर तीन फीसदी पर पहुंच गई थी।

आईएमएफ (IMF) के मुख्य अर्थशास्त्री पियरे-ओलिवियर गौरिनचास ने कहा कि मंदी का जोखिम कम हो गया है और केंद्रीय बैंक मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने में प्रगति कर रहे हैं, लेकिन कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए और अधिक काम करने की जरूरत है और नए व्यवधान यूक्रेन में युद्ध के और बढ़ने और कोविड -19 के खिलाफ चीन की लड़ाई से आ सकते हैं।

First Updated : Tuesday, 31 January 2023