लोकसभा चुनाव के बीच एक बात काफी ज्यादा सुनने को मिल रही हैं वो है हिंदू-मुस्लिम. सभी पार्टीयां धर्म के आधार पर राजनीति कर रही हैं. वहीं, एक बार फिर पीएम मोदी ने इस पर अपनी बात रखी हैं. पीएम मोदी ने बुधवार को कहा कि वह कभी भी हिंदू-मुस्लिम राजनीति में शामिल नहीं हुए, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि वह तुष्टीकरण और समुदायों को विभाजित करने की कांग्रेस की योजना को उजागर करने के लिए दृढ़ थे, क्योंकि उन्होंने युद्ध के मैदान महाराष्ट्र में दो रैलियों को संबोधित किया और मुंबई में एक मेगा रोड शो किया.
पीएम मोदी ने महाराष्ट्र में दो बैक-टू-बैक चुनावी रैलियों को संबोधित किया. अंतिम 13 सीटों पर 20 मई को मतदान होने वाला है. ऐसे में पीएम ने शिव सेना (यूबीटी) पर भी हमला किया, इसे बार-बार "डुप्लिकेट" शिवसेना कहा, और उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी ने कांग्रेस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है और अयोध्या में राम मंदिर में अनुष्ठानों की आलोचना पर चुप है.
उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह केंद्र सरकार के बजट का 15% अल्पसंख्यकों को आवंटित करना चाहती है और धर्म के आधार पर बजट या आरक्षण के बंटवारे की अनुमति नहीं देने की कसम खाई. “नेहरू के समय से, कांग्रेस ने हर चुनाव के दौरान गरीबी हटाओ का दवा किया है. कांग्रेस केवल हिंदू और मुस्लिम राजनीति जानती है और विकास केवल उनके लिए है जो उन्हें वोट देते हैं. First Updated : Thursday, 16 May 2024