आचार संहिता के बाद जब्त होने वाला पैसा कहां जाता है? क्या जनता के लिए होता है इस्तेमाल

चुनाव के समय हर दिन कई सारा पैसा जब्त किया जाता है. लेकिन चुनाव होने के बाद जब्त किया हुआ पैसै का क्या किया जाता है.

JBT Desk
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Seized Cash And Liquor: लोकसभा चुनाव बेहद करीब है. चुनाव की तरीख 19 अप्रैल से लेकर 1 जून तक चलेगा. वहीं मतगणना 4 जून तक चलेगी. देश में आचार सहिता चुनाव की तारीख की घोषणा लगने के बाद सभी राजनितिक दलों की तैयारिया तेज हो जाती है. जिसमें मतदाताओं को उनकी पार्टी को वोट देने के लिए कई सारे काम किए जाते हैं. ताकि मतदाता खुश होकर उनको वोट दें. 

चुनाव के दौरान हर दिन करोड़ो कैश जब्त किया जाता है. चुनाव आयोग के निर्देश पर चुनावों के दौरान अवैध तौर पर या नियमों के खिलाफ इस्तेमाल होने वाली नगदी और शराब को पुलिस जब्त करती है. लेकिन सवाल ये उठता है कि क्या चुनाव में बरामद होने वाले करोड़ो रुपयों या शराब का क्या किया जाता है.

काला धन होता है इस्तेमाल

चुनाव में ज्यादातर जब्त किया हुआ पैसा काला धन होता है. चुनाव आयोग ने चुनाव लड़ने पैसा खर्च करने की  एक लिमिट तय की हुई है. लेकिन ज्यादातक प्रत्याशी उससे कई ज्यादा पैसा खर्च करते हैं. चुनाव में काले धन का इस्तेमाल किया जाता है. इसीलिए पार्टियों और प्रत्याशियों के पास अलग-अलग जगहों से कई करोड़ो कैश पहुंचाया जाता है. वहीं पुलिस भी इसके लिए पूरी तरह से तैयार रहती है. पुलिस को अलग- अलग जगह रहकर  वाहनों और लोगों की चेकिंग और पूछताछ करती रहती है.  इसके अलावा पुलिस को अपने सूत्रों से भी जानकारी मिल जाती है. फिर वहीं छापा मार कर कैश या शराब पकड़ लेती है.

जमा पैसों का क्या होता?  

पुलिस जो भी कैश चुनाव के दौरान जब्त करती है उसे आयकर विभाग को सौंप दिया जाता है. वहीं पुलिस जिस व्यक्ति का कैश जब्त करती है तो बाद में इसके लिए कलेम कर सकता है. अगर वो व्यक्ति ये साबित कर देता है कि ये पैसा उसका अपना है और अवैध तरीके से नहीं कमाया है तो वो इसकी पूरी जानकारी सबूत के तौर पर पेश कर सकता है. वो पैसा उसे वापस कर दिया जाता है. सबूत पैश करने के लिए आपको  एटीएम ट्रांजेक्शन, बैंक की रसीद और पासबुक में एंट्री होनी जरूरी है. वहीं, जिन पैसों के लिए दावा नहीं किया जाता उस पैसों को सरकारी खजाने में जमा कर दिया जाता है. 

शराब नष्ट की जाती

चुनाव के समय कैश के अलावा कई मात्रा में शराब जब्त कर ली जाती है. ये शराब इसलिए दी जाती है ताकि लोग खुश होकर इनको वोट दे दें. अगर ये शराब कानूनी तरीके से खरीदी जा रही है तो उसको वापस कर दिया जाता है. अगर बिना कागज के ले जा रहे हैं तो ये जब्त कर ली जाती है. आपको बता दें, चुनाव के दौरान जमा की गई शराब को एक जगह इक्टठा करके उसके बाद उसको नष्ट कर दिया जाता है.  

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09 April 2024, 11:50 AM IST

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