क्यों बढ़ रहे हैं सडन हार्ट अटैक के मामले, जानें डीजे की तेज आवाज कैसे बनती है मौत का कारण

बीते कुछ सालों में हार्ट अटैक की घटनाएं अचानक से काफी ज्यादा बढ़ी है. पिछले दिनों कई ऐसी हार्ट अटैक की घटनाएं सामने आई जब स्टेज पर डान्स करते हुए, गाते हुए व्यक्ति अचानक से हार्ट अटैक का शिकार हो गए. हालिया घटना मशहूर बॉलिवुड गायक के के की है जब स्टेज पर परफार्म करते हुए दिल का दौरा के शिकार हो गए.

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बीते कुछ सालों में हार्ट अटैक की घटनाएं अचानक से काफी ज्यादा बढ़ी है. पिछले दिनों ऐसी हार्ट अटैक की घटनाएं सामने आई जब स्टेज पर डान्स करते हुए, गाते हुए अचानक से हार्ट अटैक का शिकार हो गए. हालिया घटना मशहूर बॉलिवुड गायक के के की है जब स्टेज पर परफार्म करते हुए दिल का दौरा के शिकार हो गए. बीते सप्ताह उत्तरप्रदेश में जन्मदिन पार्टी में नाचते हुए एक व्यक्ति गिर गया जिसके बाद उसकी मौत हो गई. अचानक से हुई मौत का कारण दिल का दौरा सामने आया. बीते दिन जम्मू कश्मीर से भी ऐसी ही एक घटना सामने आई जब एक महिला नाचते-नाचते मौत के आगोश में समा गई. बीते कुछ सालों में ऐसी ही कई घटनाएं सामने आई है जब लोग अचानक से दिल का दौरा का शिकार हो गए.

जब जेबीटी(JBT) की टीम ने इस संबध में दिल की बीमारियों के डॉक्टर्स से जानकारी ली तो उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों में अचानक से हार्ट अटैक के मामले बढ़े हैं, खासतौर पर युवाओं में अचानक से हार्ट अटैक आने के मामलों की संख्या बढ़ना बेहद चिंताजनक है. बीते दिनों कई सेलिब्रिटीज भी इसका शिकार हुए हैं. डीजे में डांस करते हुए अचानक हार्ट अटैक के कई केस सामने आए हैं. डीजे या तेज बेस वाली आवाज दिल पर अतिरिक्त दवाब बढ़ा देती है, जिसकी वजह से अचानक हार्ट अटैक आने का खतरा बन जाता है.

डॉक्टर्स का कहना है कि तेज़ आवाज हो सेहत के लिए हमेशा से खतरनाक होती है. खासकर डीजे या लाउडस्पीकर्स की तेज़ आवाज़ लोगों की सेहत के लिए बेहद खतरनाक हो सकती है. कई सारे शोध में मिली जानकारी के अनुसार, अचानक से बढ़ता शोर आपके दिल की धड़कन को बिगाड़ सकती है. ऐसी स्थिति को मेडिकल साइंस की भाषा में एट्रियल फिब्रिलेशन भी कहा जाता है. इसकी वजह से किसी इंसान के शरीर में खून के थक्के बनने, स्ट्रोक और हार्ट फेल हो जाने की समस्याएं भी हो सकती हैं.

डॉक्टरों के मुताबिक, तेज आवाज़ के बीच में लंबे समय तक रहने वाले लोगों की सेहत को सेहत से जुड़े कई सारे जोखिम हो सकते हैं. डीजे के साउंड्स से निकलने वाली आवाज़ से न सिर्फ़ हमारे दिल बल्कि दिमाग और कानों को भी गंभीर नुकसान पहुंचाती है. कोरोना का शिकार हो चुके लोगों को समय-समय पर अपने दिल की जांच करा लेनी चाहिए. 

डॉक्टर्स का कहना है कि अचानक से हार्ट अटैक के मामलों में अगर कार्डियो पल्मोनरी रिस्यूसिटेशन (CPR) दे दिया जाए तो मरीजों की जान बचाई जा सकती है. परन्तु सीपीआर देने की प्रॉसेस कई लोग नहीं जानते जिसकी वजह से उनके जान जाने की खतरा बढ़ जाती है. यह प्रकिया काफी सरल है और ऐसे दौर में जब आपके सामने इस तरह की घटनाएं सामने निरंतर आ रही हो तब इसके बारे में जानने और भी जरुरी हो जाता है.

First Updated : Saturday, 10 September 2022
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