महिला के 4 मिसकैरेज और दो नवजात की मौत की सुलझी गुत्थी, जानें क्या थी असल वजह

प्रकाश और सरिता को दो बच्चों की मौत सिस्टिक फाइब्रोसिस से हुई थी. जिसके पीछे की वजह जानने के लिए सीड्स ऑफ इनोसेंस के विशेषज्ञों से परामर्श मांगा गया.

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New Delhi: हरियाणा मे रहने वाले प्रकाश और सरिता को 2010 में सामान तरीके से उनका पहला बच्चा हुआ. जिसके बाद 10 दिन के अदंर ही बच्चे को बुकार और सांस लेने में दिक्कत होने लगी. जिसके बाद बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया गया. बच्चे को निमोनिया और सेप्सिस की वजह से 6 सप्ताह में बच्चे की मौत हो गई. 2021 में चार गर्भपात के बाद, दंपति को सिजेरियन सेक्शन से एक और बच्चा हुआ, जिसमें भी वही लक्षण थे जिसके बाद 3.5 महीने की उम्र में उनकी मृत्यु हो गई. 

गर्भपात के पीछे की वजह

4 मिसकैरेज और दो नवजातों की मौत के पीछे की वजह को जानने के लिए सुधाकर डॉक्टरों के पास पहुंचा. जहां डॉक्टर ने बताया कि गर्भनाल का जिनेटिक एनालिसिस किया. इस समय डॉक्टरों ने सीटीएफआर जीन में एक म्यूटेशन की पहचान की, जो कि सिस्टिक फाइब्रोसिस की वजह से बनता है. इसी तरह के म्यूटेशन की पहचान एसैप्टोमैटिक माता-पिता में भी की गई थी. 

डिकल जेनेटिक्स की सीनियर कंसलटेंट डॉक्टर रंजना मिश्रा ने बताया कि कोई लक्षण म्यूटेशन के साथ होने पर  नहीं होते हैं. लेकिन दोनों बच्चों को माता-पिता से एक म्यूटेशन सिस्टिक फाइब्रोसिस ट्रांसमेम्ब्रेन कंडक्टर रेगुलेटर (सीएफटीआर) जीन मिला था, जिससे उनको बीमारी और परेशानियां हुईं

जीन से प्रभावित नहीं 

2014 में महिला की ओर बेटी हुई थी जो सामान्य तरीके से हुई थी. लेकिन वे  एक और बच्चा चाहते थे.  डॉ. अग्रवाल ने कहा कि सिस्टिक फाइब्रोसिस जैसे दिक्क्तों की वजह से तुरंत मौत के मामलों में , गर्भनाल जैसे पिछले बच्चे के बारे में बताने में मदद करता है.  हरियाणा के इस जोड़े के मामले में, तो हम भ्रूण को गर्भाशय में स्थानांतरित करने से पहले इन आईवीएफ के साथ बनाए गए एग्स में पहचान करने के लिए एक प्रक्रिया अपना सकते हैं.

First Updated : Friday, 26 April 2024