अनीस पर थी घर की जिम्मेदारी, पोर्शे एक्सीडेंट में मारे गए दोनों IT Professionals की कहानी
Porsche Accident Pune: रविवार सुबह दो युवा आईटी पेशेवरों, अनीस अवधिया और अश्विनी कोस्टा की मौत मोटरसाइकिल को तेज रफ्तार पोर्श ने टक्कर मारने से हो गई थी.
Porsche Accident Pune: पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रविवार सुबह एक कार दुर्घटना हुई, जिसमें दो आईटी पेशेवरों की मौत हो गई. ये मौत शराब के नशे में एक नाबालिग द्वारा चलाई जा रही पोर्शे कार उनकी मोटरसाइकिल को टक्कर मारने से हुई थी. घटना के कुछ घंटों बाद नाबालिग को इस शर्त पर जमानत मिल गई कि वह 15 दिनों तक येरवडा ट्रैफिक पुलिस के साथ काम करेगा और सड़क दुर्घटनाओं पर एक निबंध लिखेगा.
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने मंगलवार को किशोर न्याय बोर्ड द्वारा कार दुर्घटना पर नरम रुख अपनाने पर आश्चर्य और आश्चर्य व्यक्त किया. फड़णवीस ने संवाददाताओं से कहा कि पुलिस ने एक उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है और किशोर पर वयस्क के रूप में मुकदमा चलाने की अनुमति मांगी है, जिसे जमानत दी गई है.
कौन थे दोनो आईटी प्रेफेशनल्स?
अनीस अवधिया और अश्विनी कोस्टा, दोनों दोस्तों के साथ डिनर से वापस आ रहे थे. तभी तेज रफ्तार पोर्श ने उन्हें टक्कर मार दी. मध्य प्रदेश के जबलपुर के रहने वाले अश्विनी कोस्टा अनीस अवधिया के साथ पीछे बैठी थी. अश्विनी की मां, ममता कोस्टा ने खुलासा किया कि उनकी बेटी ने जबलपुर लौटने की योजना बनाई थी और जून में अपने पिता को उनके जन्मदिन पर सरप्राइज करने के लिए टिकट बुक किया था.
अश्विनी की मां ने बताया कि ''दुर्घटना से ठीक एक दिन पहले, अश्विनी ने मुझे बताया था कि वह जबलपुर लौटेगी और उसने अपने पिता को उसके जन्मदिन पर सरप्राइज देने के लिए 18 जून का टिकट बुक किया था. उन्होंने कहा कि लेकिन यह इस तरह खत्म हो गया.''
अनीस अवधिया
मूल रूप से मध्य प्रदेश के पाली शहर के रहने वाले अनीस अवधिया करीब डेढ़ साल से पुणे में काम कर रहे थे. उन्होंने पुणे के डीवाई पाटिल कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से स्नातक किया. अनीस के मामा ज्ञानेंद्र सोनी ने कहा कि उनके परिवार में माता, पिता और 21 साल छोटा भाई शामिल है जो शहर के डीवाई पाटिल कॉलेज में पढ़ रहा है. सोनी ने कहा कि अनीस के पिता की एक छोटी सी प्रिंटिंग प्रेस है और उनकी मां घर पर ही रहकर घर संभालती हैं. सोनी ने कहा, ''अनीस अपने परिवार को आर्थिक रूप से मदद करता था.''
दो परिवारों की खुशियां एक नाबालिग ने शराब के नशे में छीन लीं, अनीस अपने परिवार को आर्थिक रूप से सहायता देता था. उस परिवार ने अपना बेटा तो खोया साथ ही घर चलाने वाला एक जिम्मेदार शख्स भी खो दिया है.