Mayawati Birth Anniversary : बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती सोमवार 15 जनवरी यानी आज अपना 68वां जन्मदिन मना रही हैं. पार्टी उनके जन्मदिन को जनकल्याणाकारी दिवस के रूप में धूमधाम से मनाने वाली है. इस खास दिन पर बीएसपी ने एक बयान जारी कर मायावती को सामाजिक परिवर्तन और आर्थिक मुक्ति आंदोलन की महानायिका बताया है. मायावती के बर्थडे पर सभी नेता उन्हें जन्मदिन की बधाई दे रहे हैं. आज मायावती पार्टी का मोबाइल ऐप जिसका नाम बहनजी है लॉन्च कर सकती हैं. आज हम आपको उनके जीवन से जुड़े कुछ रोचक बातों के बारे में बताएंगे.
मायावती का जन्म 15 जनवरी, 1956 को दिल्ली के श्रीमती सुचेता कृपलानी अस्पताल में हुआ था. वह एक हिंदू जाटव परिवार के ताल्लिुक रखती हैं. उनके पिता प्रभु दास दिल्ली में दूरसंचार विभाग में क्लर्क के तौर पर सरकारी नौकरी करते थे. वहीं उनकी माता रामपती हाउस वाइफ थीं. मायावती के 6 भाई और 2 बहनें थीं. जब मायावती राजनीति में आई थीं को उनके पिता को उनकी यह बात पसंद नहीं आई और उन्होंने उनसे रिश्ता तोड़ दिया था.
बीएसपी मुखिया मायावती ने दिल्ली विश्वविद्यालय के कालिंदी कॉलेज से 1975 में कला में स्नातक की पढ़ाई पूरी की. फिर साल 1976 में वह मेरठ विश्वविद्यालय से स्नातक से बीएड किया. इसके बाद उन्होंने 1983 में दिल्ली विश्वविद्यालय से एलएलबी की पढ़ाई पूरी की. वह बचपन से ही आईएएस बनना चाहती थीं, इसलिए वह प्रशासनिक सेवा के लिए परीक्षा की तैयारी कर रही थीं. इस दौरान वह दिल्ली के स्कूल में पढ़ाती थीं.
सफर मायावती हमेशा से बाबा साहब डॉ. भीमराम अंबेडकर से बहुत प्रभावित रही हैं. वह बचपन में अपने पिता से पूछा करती थीं कि क्या अगर वह बाबा साहब जैसे काम करेंगी तो उनकी भी पुण्यतिथि मनाई जाएगी. फिर वह कांशीराम के संपर्क में आईं और तभी से दलित समाज की आवाज बनने व बाबा साहब के पदचिन्हों पर चलने की उन्हें दिशा मिली. मायावती ने साल 1977 में दलित नेता कांशीराम के उनके घर आने के बाद राजनीति में कदम रखा. इसके बाद वर्ष 1984 में बहुजन समाज पार्टी की स्थापना की.
मायावती चार बार उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री बनीं हैं. वह सबसे पहले 1995 में यूपी की मुख्यमंत्री बनीं. उसके बाद 1997 में फिर सीएम बनीं. इसके बाद साल 2002 में प्रदेश की मुखिया बनीं और फिर 2007 में जनता ने फिर उन्हें अपना सीएम चुना. जब यूपी में बीएसपी की सरकार थी तब आंबेडकर नगर का गठन किया गया. साथ ही 5 अन्य जिलों का भी गठन किया गया. जिसमें गौतम बुद्ध नगर को गाजियाबाद से अलग किया. वहीं इलाहाबाद से कौशांबी और ज्योतिबा फुले नगर को मुरादाबाद से अलग करना शामिल है. First Updated : Monday, 15 January 2024