Maharashtra Swine Flu: मुंबई के ठाणे में स्वाइन फ्लू के 70 मामले, इस तरीके से करें खुद का बचाव
Maharashtra Swine Flu: मुंबई से चौंकाने वाली जानकारी सामने आ रही है. दरअसल ठाणे में स्वाइन फ्लू (H1N1) के 70 से ज्यादा मरीज पाए गए हैं. पिछले साल पूरे मानसून सीजन में 87 मरीज मिले थे. लेकिन इस साल जून माह में ही मरीजों की संख्या बढ़ गयी है. नगर निगम आयुक्त सौरभ राव ने स्वाइन फ्लू के मद्देनजर एहतियाती निर्देश दिए हैं. भारत में भी इस बीमारी से कई लोग संक्रमित हुए थे. बताया गया कि इस बीमारी से कई लोगों की मौत हो गई.
Maharashtra Swine Flu: मुंबई से चौंकाने वाली जानकारी सामने आ रही है. दरअसल ठाणे में स्वाइन फ्लू (H1N1) के 70 से ज्यादा मरीज पाए गए हैं. पिछले साल पूरे मानसून सीजन में 87 मरीज मिले थे. लेकिन इस साल जून माह में ही मरीजों की संख्या बढ़ गयी है. नगर निगम आयुक्त सौरभ राव ने स्वाइन फ्लू के मद्देनजर एहतियाती निर्देश दिए हैं. ठाणे निगम के जनसंपर्क अधिकारी रवींद्र मांजरेकर ने जानकारी दी है कि छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल में स्वाइन फ्लू के मरीजों के लिए अलग से आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है.
बता दें कि 2009 में जब यह बीमारी सामने आई तो पूरी दुनिया में सनसनी मच गई. भारत में भी इस बीमारी से कई लोग संक्रमित हुए थे. बताया गया कि इस बीमारी से कई लोगों की मौत हो गई. लेकिन अगर इस बीमारी का सही से इलाज किया जाए तो व्यक्ति ठीक हो सकता है. इसलिए सावधानी बरतनी होगी. इस बीच दुनियाभर में लाखों मरीज इस बीमारी पर काबू पा चुके हैं. इसलिए नागरिकों को घबराने की जरूरत नहीं है. बल्कि सावधानी बरतनी जरूरी है. इसके अलावा खांसते या छींकते समय मास्क का प्रयोग करना चाहिए और मुंह पर रूमाल रखना चाहिए. इस बीमारी के कई उपाय हैं जैसे बार-बार साफ पानी से हाथ धोना.
स्वाइन फ्लू वास्तव में कैसे होता है?
स्वाइन फ्लू H1N1 वायरस से होने वाला एक संक्रामक रोग है. 2009 में WHO ने इस बीमारी को संक्रामक घोषित किया था. यह बीमारी सिर्फ इंसानों को ही नहीं बल्कि जानवरों को भी होती है. जब स्वाइन फ्लू से संक्रमित कोई व्यक्ति छींकता या खांसता है, तो वायरस हवा के माध्यम से फैलता है. इसका वायरस हवा में 8 घंटे तक जीवित रह सकता है. यदि ये वायरस किसी स्वस्थ व्यक्ति की आंख, नाक, मुंह या त्वचा के संपर्क में आते हैं तो संक्रमित व्यक्ति भी स्वाइन फ्लू से संक्रमित हो जाता है.
स्वाइन फ्लू के क्या है लक्षण
स्वाइन फ्लू में बुखार, ठंड लगना, नाक बहना, खांसी, गले में खराश, शरीर में दर्द और सिरदर्द, पेट में दर्द, मतली या उल्टी जैसे लक्षण देखे जा सकते हैं. 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों, बच्चों, गर्भवती महिलाओं, साथ ही मधुमेह और किडनी विकार जैसी बीमारियों से पीड़ित लोगों को स्वाइन फ्लू होने का सबसे अधिक खतरा होता है.