ॐ लोक आश्रम: कुंडलिनी योग क्या है भाग-2

जिस तरह आयुर्वेद कफ पित्त और वात, इन तीनों के संतुलन पर कार्य करता है, हमें ये बतलाता है कि हमारे पूरे शरीर में कफ पित्त और वात इन तीन चीजों का संतुलन बना होता है तो हम निरोग होते हैं। अगर इनमें असंतुलन होता है

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जिसमें हम अपने मस्तिष्क के अधिक से अधिक शक्तियों का उपयोग कर सकते हैं और उनमें से कुछ भी शक्तियों को हम जागृत कर लेते हैं तो हम किसी एक चक्र को भी जागृत कर लेते हैं तो कुछ ऐसी अद्भुत शक्तियां हमारे अंदर आ जाती हैं जिसको योग की भाषा में सिद्धियां या विभूतियां कहा गया है। हमें इडा और पिंगला इन दोनों नाड़ियों से कुछ श्वास लेकर प्राणायाम करने चाहिए। ईडा और पिंगला नाड़ी में साम्य बनाकर अपने शरीर के अंदर बहुत सारे अंगों पर, बहुत सारे अवयबों पर नियंत्रण कर सकते हैं, बहुत सारे रोगों का नाश कर सकते हैं और रोगों के नाश के साथ ही साथ हम अपने शरीर के अंदर सुषुप्त शक्तियों को जागृत कर सकते हैं।

हम अपने शरीर को स्वस्थ रखने के साथ-साथ अपने मन को भी स्वस्थ रख सकते हैं। मन में शुद्ध विचारों का संवहन हो सकता है। अच्छे विचार संचारित हो सकते हैं। तन और मन दोनों की शुद्धि बहुत जरूरी है जिसे योग के जरिए ही किया जा सकता है। योग के माध्यम से हमारे अंदर ऐसी कलाएं विकसित हो सकती है जिसके बारे में हमने सोचा नहीं था। हमारे अंदर कुछ अद्भुत क्षमताएं आ सकती है जिसके बारे में हमने खुद कभी नहीं सोचा होगा। ये अनुभवजन्य और अनुभूत चीजें हैं जिसपर हमारे ऋषियों ने बहुत सारा काम किया हुआ है। 

हमारे ऋषि-मुनियों ने जंगलों में पहाड़ों पर तप करके इस विद्य़ा को जाना है इसपर विजय पाई है। आप योग करते रहें, आसन-प्राणायाम करते रहें और धीरे-धीरे जब आप आसन-प्राणायाम में प्रवीण हो जाएं तो आप कुंडलिनी योग की तरफ भी आगे बढ़ें क्योंकि अगर आप कुंडलिनी योग में एक कदम आगे लेते हैं तो वह आपके सामान्य योग के हजार कदम के बराबर होती है। कुंडलिनी योग असीम ऊर्जा को प्रदान करने वाली है असीम शक्ति को प्रदान करने वाली है और यह एक वैज्ञानिक सिद्धांत है जो हमारे अंदर ऊर्जा देने वाला है। हमारे शरीर में जितनी ऊर्जा होगी उतना हम काम कर पाएंगे।

ऊर्जा ही हमारे शरीर की शक्ति है। स्वस्थ शरीर के लिए ऊर्जावान होना बहुत जरूरी है। आने वाले समय में इसपर बहुत काम किया जाना बाकी है और किया जा रहा है। एक समय ऐसा आएगा कि आज जब योग को मान्यता मिल रही है, दुनिया में योग को अपनाया और सराहा जा रहा है। जगह-जगह योग संस्थान खुल चुके हैं। योग की तरफ पूरी दुनिया का रूझान बढ़ा है। अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाने लगा है तो इसी तरह कुंडलिनी योग के बारे में भी लोग जानेंगे और बहुत काम करेंगे। हमें कुंडलिनी योग में बारे में थोड़ा जानना चाहिए और जानकर आगे बढ़ना चाहिए।

First Updated : Wednesday, 15 March 2023